मुलायम सिंह यादव ने कहा कि उन्होंने अखिलेश से प्रत्याशी घोषित करने को कहा था लेकिन अभी तक भी ऐसा नहीं किया गया. यूपी में केवल बीजेपी से ही सपा की लड़ाई है और कोई पार्टी सपा के सामने टिक नहीं पाएगी.
उन्होंने कहा कि उन्हें संरक्षक तो बनाया गया है लेकिन जिम्मेदारी नहीं दी गई है. उन्होंने कहा कि अगर वे मायावती से गठबंधन की बात करते तो ठीक रहता लेकिन अब तो लड़के ने (अखिलेश) बात कर ली. लड़ने से पहले ही सीटें साधी रह गईं.
मुलायम सिंह ने साफ कहा कि अखिलेश ने उनसे पूछा ही नहीं कि वे कहां से चुनाव लड़ेंगे. जबकि वे तीन बार सीएम रह चुके हैं, रक्षा मंत्री रह चुके हैं और पार्टी को अपने दम पर खड़ा भी किया था.
हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी के दोबारा प्रधानमंत्री बनने की कामना करके मुलायम, अखिलेश और पार्टी को असहज कर चुके हैं. अब दोबारा उन्होंने ऐसा बयान दिय़ा है जिस पर सफाई देना अखिलेश के लिए काफी मुश्किल होगा.
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के घर यूपी को लेकर बड़ी बैठक, 29 सांसदों का कट सकता है टिकट
कांग्रेस से गठजोड़ की अटकलों पर RLD का विराम, कहा- SP-BSP के साथ बना रहेगा गठबंधन