मुंबईः मुंबई में कोरोना के चलते मुंबई में लोगों को तमाम तरह की दिक्कत का सामना करना पड़ा है. कोविड 19 की वजह से पहले पलायन देखने को मिला और फिर बेरोजगारी की समस्या सामने आई. लेकिन इस मुश्किल वक्त में बड़े स्तर पर सामाजिक कार्यकर्ताओं ने लोगों की मदद करने का काम भी किया. इसी कड़ी में मुंबई के रहने वाले 17 साल के हुसैन जाकिर ने मुंबई में समाज सेवा में योगदान दिया.
हुसैन ने अस्पतालों, पुलिस स्टेशनों में पीपीई किट, सेनिटाइजर बांटे और लोगों के लिए अनाज भी उपलब्ध कराया. इसके बाद अब उन्हें इलाके की जानी मानी रोट्रेक्ट क्लब का सबसे युवा प्रमुख बनाया गया है.
अपनी पॉकेट मनी से ही शुरू की लोगों की मदद
लॉकडाउन लगने के बाद देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से बड़े पैमाने पर प्रवासी मजदूरों का पलायन शुरू हुआ. हजारों की भीड़ सड़कों पर दिखाई देने लगी. भूखे प्यासे लोग लंबी दूरी पैदल ही तय कर रहे थे, बीमारी भी बढ़ रही थी. ऐसे में मझगांव के रहने वाले 17 वर्षीय हुसैन ने तय किया कि वह लोगों की मदद करेंगे. उन्होंने अपनी पॉकेट मनी से ही स्थानीय स्तर पर लोगों की मदद करना शुरू किया. बाद में हुसैन के साथियों ने उनका साथ दिया और सोसाइटी से मदद लेते हुए बड़े पैमाने पर आसपास के थानों, अस्पतालों और लोगों को सैनिटाइजर पीपीई किट बांटने लगे, जरुरतमंद लोगों को राशन भी उपलब्ध कराया.
हुसैन के अच्छे कामों को देखकर रोटरी क्लब ने उन्हें अपने रोट्रेक्ट क्लब का सबसे युवा चार्टर्ड प्रेसिडेंट बना दिया है. उन्हें अब सर्टिफिकेट भी मिल गया है. अब वह 26 लोगों की टीम के साथ आगे काम करने की प्लानिंग जाकिर बना रहे हैं.
जाकिर को दादा से मिली है समाज सेवा की प्ररेणा
समाज सेवा की प्रेरणा जाकिर को उनके दादा से मिलती है उनके पिता का कहना है कि आज के समय में बच्चों की पढ़ाई के साथ ही उन्हें मानवता की सेवा का सीख भी देना जरूरी है उसी कड़ी में ज़ाकिर आगे बढ़कर लोगों की मदद करने की कोशिश कर रहे है. बच्चों को अच्छे मूल्य देने की जरूरत है जब एक आदमी आगे आता है तो उसके संग 10 लोग और आ जाते हैं.
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