लखनऊ: गैंगस्टर सुनील राठी को अब बागपत से फ़र्रूख़ाबाद जेल भेजा जाएगा. उस पर माफ़िया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या का आरोप है. जेल विभाग ने पहले राठी को लखनऊ जेल में शिफ़्ट करने का प्रस्ताव भेजा था. लेकिन यूपी सरकार ने उसे अब फ़र्रूख़ाबाद जेल भेजने का फ़ैसला किया है. इस सिलसिले में शुक्रवार को आदेश जारी कर दिया गया. इस आदेश की कॉपी जेल विभाग के मुखिया समेत फ़र्रूख़ाबाद के डीएम और एसपी को भी भेज दी गई है.


बागपत जेल में राठी को सेल नंबर 10 में और मुन्ना को सेल नंबर 2 में रखा गया था
9 जून की सुबह बागपत जेल में पूर्वांचल के माफ़िया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या हो गई थी. उसी जेल में बंद पश्चिमी यूपी के गैंगस्टर सुनील राठी ने गोली मार कर उसकी जान ले ली थी. दोनों तन्हाई सेल में बंद थे. राठी को सेल नंबर 10 में और मुन्ना को सेल नंबर 2 में रखा गया था. मुन्ना के साथ एक और बदमाश विक्की सुनेहडा भी उसी तन्हाई सेल में बंद था. यूपी सरकार ने इस घटना की मजिस्ट्रेटी जॉंच के आदेश दे दिए हैं.


मुन्ना बजरंगी को बाहुबली विधायक मुख़्तार अंसारी का दाहिना हाथ माना जाता था
मुन्ना बजरंगी को बाहुबली विधायक मुख़्तार अंसारी का दाहिना हाथ माना जाता है. 2009 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उसे मुंबई से गिरफ़्तार किया था. वो साल भर तिहाड़ जेल में सुनील राठी के साथ बंद रहा. मुन्ना बजरंगी जौनपुर जिले के मडियाहू विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ चुका है. उसकी तैयारी अगले साल लोकसभा चुनाव लड़ने की भी थी. उस पर 14 लोगों की हत्या समेत क़रीब दो दर्जन मुक़दमे चल रहे थे. हत्या से एक दिन पहले ही मुन्ना को झांसी जेल से बागपत पेशी के लिए लाया गया था. उस पर बीएसपी के पूर्व विधायक लोकेश दीक्षित को जान से मारने की धमकी देने का आरोप था. मुन्ना की पत्नी सीमा सिंह ने पिछले ही महीने अपने पति की हत्या की आशंका जताई थी. वो अब इस हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग कर रही है.


यूपी में आतंक का नाम बन चुका सुनील राठी बागपत जिले का ही रहने वाला है


पश्चिमी यूपी में आतंक का नाम बन चुका सुनील राठी बागपत जिले का ही रहने वाला है. पिछले साल 30 जुलाई को उसे रूड़की से बागपत जेल लाया गया था. इस जेल में उसका राज चलता था. जब वो 19 साल का था, उसके पिता की हत्या हो गई थी. इसके बाद उसने पांच लोगों के मार कर बदला लिया. फिर उसने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा. उत्तराखंड से लेकर पश्चिमी यूपी में रंगदारी और ठेकेदारी का उसका धंधा चलता है. उसकी मां राजबाला पिछले साल बीएसपी की टिकट पर विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुकी है.


मऊ के बाहुबली विधायक मुख़्तार अंसारी अभी बांदा जेल में बंद है. उन पर मुन्ना बजरंगी के साथ मिल कर बीजेपी विधायक कृष्णानन्द राय को मारने का आरोप है. मुख़्तार के भाई और बीएसपी नेता अफ़जाल अंसारी ने अपने भाई पर जान का ख़तरा बताया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि योगी सरकार मुख़्तार को जेल में ही मरवाना चाहती है.