हालांकि उन्होंने यह नहीं कहा कि माफिया डॉन के साथ मारपीट की गई थी. उन्होंने कहा कि ये सब जांच का विषय है. जांच अधिकारी के पास पोस्टमार्टम रिपोर्ट है जिसमें लिखा है कि बजरंगी के शव पर कुछ चोटें मिली हैं साथ ही गोली के भी निशान मिले हैं.
जो गोली के निशान मिले हैं उनसे साफ है कि गोली करीब से मारी गई हैं लेकिन सटा कर नहीं मारी गईं.
8 जुलाई की रात को नौ बजे जब मुन्ना बजरंगी बागपत जेल पहुँचा तो वेस्ट यूपी के कुख्यात सुनील राठी ने उसका शानदार स्वागत किया था, मगर सुबह होते ही उसे गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया.
बागपत जिला जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या का मामला अब सियासी रंग भी पकड़ने लगा है. मुन्ना बजरंगी पर रंगदारी का आरोप लगाने वाले पूर्व बीएसपी विधायक लोकेश दीक्षित को बहुजन समाज पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है. बीएसपी सुप्रीमो मायावती के आदेश पर लोकेश दीक्षित पार्टी से निष्कासित कर दिए गए हैं.
बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने आरोप लगाया है कि मनोज सिन्हा, धनंजय सिंह और कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय इस हत्या के पीछे बड़े किरदार हैं.