लखनऊ: यूपी के कुख्यात माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी को जान का खतरा था और यह बात उसकी पत्नी ने सीएम योगी से भी कही थी. मुन्ना की पत्नी ने एनकाउंटर का भी अंदेशा जताया था. सीमा सिंह ने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सीएम से गुहार लगाई थी.


सीमा ने दावा किया था कि उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) मुन्ना बजरंगी को मुठभेड़ में ढेर करने की फिराक में है. मुन्ना की पत्नी ने एसटीएफ पर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सुरक्षा की गुहार लगाई थी.

प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा ने कहा था, "मेरे पति की जान को खतरा है. यूपी एसटीएफ और पुलिस उनका एनकाउंटर करने की फिराक में हैं. झांसी जेल में मुन्ना बजरंगी के ऊपर जानलेवा हमला किया गया. कुछ प्रभावशाली नेता और अधिकारी मुन्ना की हत्या करने का षड्यंत्र रच रहे हैं."

सीमा ने कहा कि जेल में ही उसके पति के खाने में जहर देने की कोशिश की गई थी. सीसीटीवी फुटेज में भी इसकी रिकॉर्डिग है, जिसमें एक एसटीएफ अधिकारी जेल में ही मुन्ना बजरंगी को मारने की बात कह रहे हैं. इसकी शिकायत कई अधिकारियों और न्यायालय से की, लेकिन कहीं से भी सुरक्षा नहीं मिली.

उसने कहा था, "सिर्फ पति ही नहीं, मेरे पूरे परिवार पर जान का खतरा है. मेरे भाई की हत्या 2016 में की गई, लेकिन पुलिस ने इस मामले में सिर्फ टालमटोल कर केस बंद कर दिया. इसके बाद हमारे शुभचिंतक तारिक मोहम्मद की भी हत्या कर दी गई, लेकिन पुलिस खाली हाथ बैठी रही. पुलिस जांच करने के बजाय परिवार के लोगों को परेशान कर रही है."

सही साबित हुई बात

मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में गोली मार कर हत्या कर दी गई. आज उसकी बागपत कोर्ट में पेशी होनी थी और इसी के लिए उसे झांसी से बागपत लाया गया था. कुख्यात सुनील राठी और विक्की सुनहेड़ा के साथ उसे तन्हाई बैरक में रखा गया था. बीएसपी के पूर्व विधायक लोकेश दीक्षित से रंगदारी मांगने के मामले में बागपत कोर्ट में मुन्ना की पेशी होनी थी.

सुनील पहले रुड़की जेल में बंद था और वहां उसने अपनी जान का खतरा बताया था. उसने कोर्ट से बागपत जेल शिफ्ट करने की गुहार लगाई थी जिसके बाद उसे बागपत जेल शिफ्ट कर दिया गया था. बताया जा रहा है कि सुनील ने ही मुन्ना की हत्या की है.