प्रयागराज: शहर के धूमनगंज थाना अंतर्गत प्रीतम नगर में गुरुवार को दिन दहाड़े एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या की गुत्थी प्रयागराज पुलिस ने देर शाम तक सुलझा ली. जांच में मृतक तुलसीदास केसरवानी के बेटे की ओर से कथित रूप से हत्या की सुपारी देने की बात सामने आई.
जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने बताया कि तुलसीदास केसरवानी के बेटे आतिश ने ही इस हत्या का षड्यंत्र रचा था और उसने तीन लोगों को आठ लाख रुपये में हत्या की सुपारी दी थी. उन्होंने बताया कि पुलिस ने तुलसीदास के बेटे आतिश और हत्या के आरोपी अनुज श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर लिया है. बच्चा श्रीवास्तव और एक अन्य की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जांच में यह बात सामने आई कि आतिश ने घर से निकलते समय एक आरोपी को घर में प्रवेश दिला दिया था और स्वयं बैंक के लिए निकल गया. इससे पूर्व एडीजी (प्रयागराज जोन) प्रेम प्रकाश ने संवाददाताओं को बताया था कि तुलसीदास केसरवानी (65 वर्ष), उनकी पत्नी किरण केसरवानी (60 वर्ष), बहू प्रियंका (22 वर्ष) और बेटी निहारिका उर्फ गुड़िया (37 वर्ष) की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई.
एडीजी ने कहा था, “मृतक तुलसीदास केसरवानी के पुत्र आतिश केसरवानी ने बताया था कि वह दोपहर डेढ़ बजे बैंक गया था और जब वह वापस लौटकर आया तो घर का दरवाजा नहीं खुला. धक्का मारकर दरवाजा खोला और जब घर के भीतर गया तो उसने मकान की जमीन पर दो शव देखे और फिर पहली मंजिल पर गया जहां उसने तीसरा शव देखा.”
प्रेम प्रकाश ने बताया कि आतिश जब वह नीचे आया तो उसने कूलर की घास से ढका अपने पिता का शव देखा. उसने हत्या का मामला दर्ज कराया. इस घटना की जांच के लिए पांच टीम लगाई गई थीं. मोबाइल की लोकेशन, बताए गए घटनाक्रम की जांच की गई और आसपास के हिस्ट्रीशीटरों के बारे में पता लगाया गया. इस घटना में तेज धारदार हथियार का इस्तेमाल किया गया है. शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
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