मेरठ: कुख्यात हिस्ट्रीशीटर अखलाक ट्रैक्टर की पत्नी सुरैया की हत्या कर दी गई है. सुरैया 15 साल पहले पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की जासूस होने के आरोप में गिरफ्तार होकर जेल काट चुकी थी. उधार के पैसे वसूलने मुजफ्फरनगर गई सुरैया को कर्जदारों ने बेरहमी से मारकर उसकी लाश नहर किनारे फेंक दी.
15 दिसंबर को मेरठ के लिसाड़ी गेट निवासी सुरैया अचानक लापता हो गई थी. पुलिस को जब सुरैया के लापता होने की सूचना मिली तो पूरा महकमा सक्रिय कर दिया गया. सर्विलांस के जरिए मिली जानकारी के आधार पर मुजफ्फरनगर के इमरान और उसके साथियों से पूछताछ की गई तो हत्या की कहानी सामने आयी.
सुरैया ने 2014 में इमरान के दोस्त नबाब को उसकी बेटी की शादी के लिए 20 हजार रूपये की रकम उधार दी थी. इसकी एवज में चार साल में नबाब सुरैया को एक लाख रूपये से ज्यादा रूपये लौटा चुका था. सुरैया अब भी 28 हजार रूपये की देनदारी बता रही थी औऱ लगातार तकादा करती थी.
सुरैया कुख्यात हिस्ट्रीशीटर अखलाक ट्रैक्टर की पत्नी थी और अपराध की दुनिया में उसकी सक्रियता थी इसलिए नबाब सुरैया का विरोध नहीं कर पाया लेकिन उसको सबक सिखाने की उसने प्लानिंग कर ली.
नबाब ने सुरैया को पैसा लेने के बहाने मुजफ्फरनगर के खतौली अपने घर पर बुलाया और बातचीत के दौरान ही उसके गले में रस्सी का फंदा डालकर उसे दबोच लिया और फिर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी. अंधेरा होने पर उसके शव को बोरे में बंद करके रिक्शे के जरिये नहर में फेंका था, लेकिन बोरा नहर के किनारे झाड़ियों में ही फंसा रह गया.
पुलिस के मुताबिक सुरैया के फोन पर अंतिम कॉल इमरान ने की थी. खतौली थाना प्रभारी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि इमरान और अन्य की तीन फोन कॉल्स के आधार पर सुरैया की तलाश की गई और पूछताछ के दौरान मामले का खुलासा हो गया है. पुलिस ने हत्या में शामिल इमरान, नबाब और उसकी पत्नी जायदा को गिरफ्तार कर लिया है.