मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन उत्पीड़न की जांच के लिए एसआईटी गठित
मुजफ्फरपुर की एसएसपी हरप्रीत कौर ने बताया कि इस मामले को सीआईडी भी देखेगी. एसआईटी का भी गठन किया गया है, जिसमें महिला पुलिसकर्मी शामिल हैं. इस टीम का नेतृत्व उप अधीक्षक रैंक का कोई अधिकारी करेगा. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इस मामले की जांच निष्पक्ष और प्रभावी हो.
मुजफ्फरपुर: नाबालिग लड़कियों के सेल्टर हाऊस ‘बालिका गृह’ में कथित यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है. इस संबंध में अब तक नौ लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी. राज्य के समाज कल्याण विभाग ने इस संबंध में इस महीने की शुरुआत में प्राथमिकी दर्ज की थी. इस बालिका गृह को संचालित करने वाले एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) को भी ब्लैक लिस्ट में डाल दिया गया था.
दरअसल मुंबई के एक संस्थान ने अपनी समाज लेखा रिपोर्ट में दावा किया था कि यहां की कई लड़कियों ने यौन उत्पीड़न की शिकायत की है. मुजफ्फरपुर की एसएसपी हरप्रीत कौर ने बताया, “ हमने अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एनजीओ का संचालक बृजेश ठाकुर भी शामिल है. इन पर पोक्सो अधिनियम और आईपीसी की संबद्ध धारा ओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. हम फरार चल रहे कुछ लोगों की तलाश कर रहे हैं, उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.”
कौर ने बताया कि इस मामले को सीआईडी भी देखेगी. एसआईटी का भी गठन किया गया है, जिसमें महिला पुलिसकर्मी शामिल हैं. इस टीम का नेतृत्व उप अधीक्षक रैंक का कोई अधिकारी करेगा. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इस मामले की जांच निष्पक्ष और प्रभावी हो.
एक सवाल के जवाब में एसएसपी ने कहा कि गिरफ्तार किए गए नौ लोगों में से सात महिलाएं हैं जो बालिका गृह की कर्मचारी है. राज्य सरकार की तरफ से वित्त पोषित इस सेल्टर हाऊस में करीब 50 लड़कियां रह रही थीं. समाज कल्याण निदेशालय के निर्देश के मुताबिक यहां रह रही सभी लड़कियों को मधुबनी और पटना ट्रांस्फर कर दिया गया है. वहीं जिला बाल सुरक्षा इकाई ने बिल्डिंग को अपने नियंत्रण में ले लिया है.