शेल्टर हाऊस केस: नीतीश देखें कि लड़कियों पर बयान बदलने का दबाव न बन पाए: स्वाति मालीवाल
स्वाति मालीवाल ने पूछा कि क्या लड़कियों को स्कूल भेजा जा रहा है या उनकी काउंसेलिंग की जा रही है. उन्होंने मुख्यमंत्री से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि लड़कियों पर बयान बदलने का दबाव नहीं बनाया जाए.
नई दिल्ली: दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आज चिट्ठी लिखी. उन्होंने इसमें नीतीश से मुजफ्फरपुर के आश्रय गृह में कथित तौर पर यौन शोषण का शिकार बनी लड़कियों का कल्याण सुनिश्चित करने के कदम उठाने के लिए कहा.
स्वाति मालीवाल ने पूछा कि क्या लड़कियों को स्कूल भेजा जा रहा है या उनकी काउंसेलिंग की जा रही है. उन्होंने मुख्यमंत्री से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि लड़कियों पर बयान बदलने का दबाव नहीं बनाया जाए. मुजफ्फरपुर में एक आश्रय गृह में रहने वाली 34 नाबालिग लड़कियों पर कथित यौन शोषण का मामला सामने आया था. मेडिकल रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि आश्रय गृह की 42 में से 34 लड़कियों का यौन उत्पीड़न हुआ. गैर सरकारी संगठन ‘सेवा संकल्प एवं विकास समिति’ का मालिक ब्रजेश ठाकुर मामले में मुख्य आरोपी है.
गौरतलब है कि इस मामले पर शुक्रवा को नीतीश कुमार ने अपनी चुप्पी तोड़ी. उन्होंने कहा कि इस घटना ने शर्मसार किया और पीड़ा पहुंचाई है. कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा. सीएम ने लोगों को आश्वस्त किया कि इस मामले में किसी के साथ कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे कड़ी सजा मिलेगी.
मुजफ्फरपुर आश्रय गृह मामला तब प्रकाश में आया, जब बिहार समाज कल्याण विभाग ने मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टीआईएसएस) से बिहार के सभी आश्रय गृहों का सर्वेक्षण करवाया था. इसमें आश्रय गृह की बच्चियों के साथ यौन शोषण का मामला सामने आया. इस सोशल ऑडिट के आधार पर मुजफ्फरपुर महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई.