पटना: मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर ने कहा कि उसकी जान को खतरा है. शनिवार को कोर्ट में पेशी के दौरान पोक्सो जज आरपी तिवारी से कहा कि मुझे माओवादियों के साथ सेल में रखा गया है. मुझे किसी और सेल में शिफ्ट किया जाए. कोर्ट में ब्रजेश ठाकुर की सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई.
ब्रजेश ठाकुर की इस अपील पर जज ने कहा कि ये जेल के सुरक्षा का मामला है, इसमें में वे कुछ नहीं कर सकते. बता दें कि इससे पहले जब ब्रजेश ठाकुर की कोर्ट में पेशी हुई थी तो तब भी उसने कहा था कि उसकी जान को खतरा है. उसने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी की मांग की थी.
इससे पहले मुजफ्फरपुर के जिस जेल में ब्रजेश ठाकुर बंद है, वहां छापा भी मारा जा चुका है. जब छापेमारी हुई तो ब्रजेश ठाकुर सेल के अंदर नहीं मिला, बल्कि उस जगह मिला जो मुलाकातियों के लिए रिजर्व रहती है. छापे में ब्रजेश ठाकुर सेल के अंदर नहीं मिला बल्कि उस जगह मिला जो मुलाकातियों के लिए रिजर्व रहती है. ब्रजेश ठाकुर के पास से एक लिस्ट मिली. इस लिस्ट में 40 फोन नंबर थे. लिस्ट में एक नाम के आगे मंत्री जी भी लिखा था. इसकी जांच जारी है.
इससे पहले खुलासा हुआ था कि बिहार की पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर से ब्रजेश की इस साल के पहले पांच महीनों में 17 बार हुई थी. इसी सबूत की वजह से मंजू वर्मा को अपना पद छोड़ना पड़ा.
गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर के बालिका गृह में जांच में 34 लड़कियों के साथ बलात्कार की बात सामने आई थी. सिर्फ इतना ही नहीं बालिका गृह की एक लड़की ने आरोप लगाया था कि एक बच्ची के विरोध करने पर उसे मार कर कैंपस में ही दफना दिया गया था. इस मामले में 31 मई को ब्रजेश ठाकुर सहित 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.