COVID-19 के टेस्ट से बचने के लिए एक गोदाम में जा छुपे थे 12 लोग, जानें फिर क्या हुआ?
गोदाम से पकड़े गए 12 लोगों को क्वॉरन्टीन सेंटर में भेज दिया गया है. पुलिस प्रशासन और नागपुर महापालिका के कर्मचारियों ने जब गोदाम पर रेड डाली तो यहां ये सभी 12 लोग छिपे हुए थे.
नागपुर: देश में कोरोना वायरस के टेस्ट का आंकड़ा बढ़ रहा है. स्थानीय प्रशासन उन इलाकों में खासतौर पर टेस्ट करवा रही है जिन्हें कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है. लेकिन ऐसे में भी लोग कोरोना टेस्ट से बचने के लिए अपने और अपने परिवार वालों को छुपाने की कोशिश कर रहे हैं.
ऐसा ही एक मामला नागपुर के सतरंजीपुरा इलाके से सामने आया है. इस एरिया को कंटेनमेंट एरिया घोषित किया गया है और यहां पर लोगों का करोना टेस्ट कराया जा रहा है. लेकिन इसी एरिया के 12 सदस्यों को पकड़ने और उनका टेस्ट कराने के लिए पुलिस को रात तीन बजे के करीब रेड डालनी पड़ी.
दरअसल, इस इलाके में रहने वाले कुछ लोगों ने कोरोना टेस्ट से बचने के लिए अपने परिवार के 12 सदस्यों को एक गोदाम में छुपा कर रखा था ताकि उनका पता ना चल सके. लेकिन देर रात में जब इस गोदाम की लाइट जली तो लोगों को शक हुआ. आसपास के रहने वाले लोगों ने इसकी खबर पुलिस प्रशासन को दी और जब पुलिस प्रशासन और नागपुर महापालिका के कर्मचारियों ने इस गोदाम पर रेड डाली तो यहां से 12 लोग बरामद किए गए. पूछताछ में पता चला कि इन लोगों ने कोरोना टेस्ट से बचने के लिए अपने को यहां छुपा रखा था.
सरकार बार-बार लोगों से अपील कर रही है कि अगर आपके और आपके परिवार के किसी सदस्य में कोरोना के लक्षण दिख रहे हो तो आप फौरन टेस्ट करवाएं. कुछ इलके को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है और उस इलाके में रहने वाले सभी लोगों का टेस्ट भी कराया जा रहा है. लेकिन अब लोग इस टेस्ट से बचने के लिए छुपते नजर आ रहे है जो बेहद खतरनाक और बड़ी लापरवाही है. फिलहाल नागपुर के एक गोदाम से पकड़े गए इन 12 लोगों को अब क्वॉरन्टीन सेंटर में भेज दिया गया है.
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