डिंडौरी: गंगा नदी के संरक्षण के लिए चलाई जा रही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना ‘नमामि गंगे’ को सबसे बड़ी चुनौती मानते हुए उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कहा कि वह मध्यप्रदेश में चल रही ‘नमामि देवी नर्मदे-सेवा यात्रा’ की तर्ज पर ‘नमामि गंगे’ परियोजना को चलाएंगे, ताकि गंगा को भी निर्मल, स्वच्छ एवं अविरल बनाया जा सके.


‘नमामि देवी नर्मदे -सेवा यात्रा’ में डिंडौरी जिले के शहपुरा कस्बे में भाग लेने आये योगी ने जनसंवाद कार्यक्रम में कहा, ‘‘उत्तरप्रदेश में हमारे सामने ‘नमामि गंगे’ चुनौती है. यह प्रधानमंत्री की योजना है. मध्यप्रदेश में चल रही ‘नमामि देवी नर्मदे -सेवा यात्रा’ की तर्ज पर ‘नमामि गंगे’ परियोजना को चलाएंगे, ताकि गंगा को भी निर्मल, स्वच्छ एवं अविरल बनाया जा सके.’’ उन्होंने कहा कि हम उत्तरप्रदेश की अन्य नदियों यमुना, गंधक, राप्ती एवं अन्य नदियों को भी नया जीवन देने के लिए इस तरह का अभियान चलाएंगे, जिस तरह से नर्मदा नदी के लिए चलाया जा रहा है.


नर्मदा नदी के संरक्षण को मूर्त रूप देने के लिए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि चौहान ने आज दुनिया की जो आवश्कता है, उसे मूर्त रूप करके दिखा दिया है. उन्होंने कहा कि ‘नमामि देवी नर्मदे -सेवा यात्रा’ देश की ही नहीं, बल्कि दुनिया की सबसे बड़ी नदी संरक्षण योजनाओं में से एक है.


योगी ने कहा, ‘‘मुझे उत्तरप्रदेश का मुख्यमंत्री बने हुए लगभग एक महीना कुछ दिन हुआ है, लेकिन उत्तरप्रदेश में हम लोगों के सामने एक चुनौती है और वह है ‘नमामि गंगे’ परियोजना, जो प्रधानमंत्री मोदी की अत्यंत महत्वाकांक्षी योजना है.’’ उन्होंने कहा गंगा की पवित्रता एवं अविरलता को हम कैसे बनाये रख सकते हैं, इसके लिए मोदी जी ने ‘नमामि गंगे’ परियोजना के लिए 20,000 करोड़ रपये की एक वृहद योजना तैयार की है.