यूपी: वाराणसी में पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने भारतीय जनता पार्टी को बिहार के तर्ज पर यूपी में भी शिकस्त देने का दावा किया है. पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने बीजेपी को हराने के लिए समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन को सेक्युलर फोर्स को इकठ्ठा करने का प्रयास बताया है. आरक्षण को लेकर आरएसएस के बयान पर सुबोधकांत सहाय ने उत्तर प्रदेश के चुनाव में बीजेपी को सबक सिखाने की बात कही है.


देश को बचाने के लिए हमने बिहार में महागठबंधन किया था
पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन के बाद कांग्रेस को यूपी के चुनाव में होने वाले फायदे के प्रश्न पर कहा कि यह गठबंधन किसी फायदे के लिए नहीं हुआ है. कांग्रेस ने एक राष्ट्रीय एजेंडा लिया है कि इस देश के मूलभूत चरित्र पर जो हमला किया जा रहा है उसको कैसे बचाया जाए. देश में पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा जो घटनाएं हो रही हैं. उससे देश को बचाने के लिए हमने बिहार में महागठबंधन किया था और वहां बीजेपी को हराया. यही प्रयास हमारा उत्तर प्रदेश में है. उत्तर प्रदेश को केंद्र की बीजेपी सरकार की वजह से बहुत ज्यादा सफ़र करना पड़ा है इसलिए सेक्युलर फ़ोर्स को इकठ्ठा करने का जो प्रयास था वह हुआ और यूपी में भी बीजेपी को हराने का काम किया जाएगा. इस लिए हमने अपने स्वार्थ को दर किनार कर व्यापक लड़ाई का हिस्सा बन रहे हैं.


2019 में देश को मोदी मुक्त, बीजेपी मुक्त और संप्रदाय से मुक्त करवाएंगे
'27 साल यूपी बेहाल' कांग्रेस के नारे के बाद सपा के साथ कांग्रेस के गठबंधन के प्रश्न पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि यह हमारा नारा था और राहुल गांधी को लोगों ने यहां समर्थन भी दिया. कोई नहीं जानता था कि नोटबंदी से देश बेहाल हो जाएगा. यूपी में चुनाव से पहले धर्म और संप्रदाय का नारा शुरू हो जाता है. इन सभी सवालों पर आदमी को अपनी प्राथमिकता बदलनी पड़ती है. इसलिए कम सीट मांगते हुए हमने अपनी प्राथमिकता बदली है. इससे बड़ा सवाल यह है कि लोग यूपी के चुनाव को बहुत सारे दृष्टिकोण से देख रहे हैं 2019 में इस देश को मोदी मुक्त , बीजेपी मुक्त और संप्रदाय से मुक्त करवाएंगे.

अखिलेश की छवि साफ है
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के विकास कार्यों के प्रश्न पर कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जो विकास कार्य हुआ वह कम हुआ है और ज्यादा होता तो अच्छा होता. अखिलेश यादव एंटी एनबेंसी नहीं है, जैसे नितीश कुमार पर नहीं था. अखिलेश यादव की छवि साफ सुथरी है और उनके साथ मुलायम सिंह का आशीर्वाद है. आरक्षण को लेकर आरएसएस के बयान पर केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि आरएसएस के आरक्षण पर दिए गए बयान का जवाब हम इस चुनाव में देंगे.