बहराइच: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘श्मशान और कब्रिस्तान’ तथा बिजली देने में धर्म के आधार पर भेदभाव सम्बन्धी बयान को लेकर सवाल उठने के बीच एसपी अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज कहा कि मोदी राज्य विधानसभा चुनाव की लड़ाई हार गये हैं, इसीलिये अपना ‘रास्ता’ बदल रहे हैं.


हर शहर को 22 से 24 घंटे बिजली


अखिलेश ने यहां आयोजित एक चुनावी जनसभा में कहा कि अगर उनकी सरकार रमजान पर, दिवाली और क्रिसमस पर भी 24 घंटे बिजली देती है, तो इससे लाभ तो जनता का ही होता है. पता नहीं प्रधानमंत्री जी को क्या दिखायी दे रहा है. उन्होंने कहा ‘‘क्या पता कल प्रधानमंत्री जी आ रहे हों, कोई बड़ा सपना दिखाकर चले जाएं. पता नहीं क्या कहकर चले जाएं. इसलिये हम आपसे पहले ही कहकर जा रहे हैं कि पिछली दीवाली से हमने हर शहर को 22 से 24 घंटे बिजली उपलब्ध करायी है. मोदी जी लड़ाई हार चुके हैं, इसीलिये अपना रास्ता बदल रहे हैं.’’


अखिलेश ने कहा ‘‘मोदी तो पुलिसवालों से भी कह गये कि थाने में समाजवादी लोग हैं. हमने तो ऐसा कहा नहीं. प्रधानमंत्री जी उनको भी इशारा कर गये कि पुलिसवालों समाजवादी पार्टी की मदद करो.’’


चुनाव को साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश


मालूम हो कि प्रधानमंत्री मोदी ने गत 19 फरवरी को हमीरपुर में अपनी रैली में प्रदेश की एसपी सरकार पर जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि अगर किसी गांव में कब्रिस्तान है तो श्मशान भी होना चाहिये. इसके अलावा अगर रमजान पर 24 घंटे बिजली आती है तो दीवाली पर भी आनी चाहिये. उनके इस बयान की खासी आलोचना हुई थी और इसे चुनाव को साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश के तौर पर देखा गया था.


उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने यूपी-100 योजना शुरू की है. कहीं भी घटना होने पर पुलिस 10-15 मिनट में मौके पर पहुंच जाएगी. भविष्य में हम इसे और अच्छा करंेगे, जिससे आम जनता को लाभ हो. हमने जितने प्रमोशन पुलिस में किये उतने किसी ने नहीं किये. हमने भर्ती भी सबसे ज्यादा की.


सरकार ने की शिक्षामित्रों और रोजगार सेवकों की मदद


अखिलेश ने कहा कि उनकी सरकार ने शिक्षामित्रों और रोजगार सेवकों की मदद की है. आप हमारी मदद करिये, हम आगे आपकी और मदद करेंगे. हमें अभी और काम करना है. उन्होंने कहा कि जब काम की बात होगी तो आप समाजवादियों को आगे पाएंगे. हमने हमेशा बिना भेदभाव के काम किया है आगे भी करेंगे. बीजेपी और बीएसपी के बहकावे में नहीं आना. जो रफ्तार पहले तीन चरणों में बनी है, उसे आगे भी बनाये रखना. एक बार आप सब लोग मिलकर हमारे सभी प्रत्याशियों को जिता दीजियेगा. आने वाले समय में एक बार फिर आपकी सरकार होगी.


एसपी अध्यक्ष ने कहा ने इस बार कांग्रेस पार्टी भी साथ में है, हम पर उसे ज्यादा सीटें देने का आरोप भी लगता है, लेकिन हमने बड़े दिल से दोस्ती की है. अखिलेश ने अपनी सरकार के मंत्री और बहराइच की मटेरा सीट से विधायक यासिर शाह की भी सराहना की.


मुझे गुजरात के गधों के बारे में जानना भी नहीं है: अखिलेश यादव


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ‘गुजरात के गधों’ के प्रचार को लेकर शुरू हुई जुबानी जंग में अपने गुजराती समकक्ष विजय रूपानी को जवाब देते हुए कहा कि वह अब गधों के बारे में जानना ही नहीं चाहते.


अखिलेश ने यहां आयोजित चुनावी सभा में ‘गुजरात के गधों’ वाली अपनी हाल की टिप्पणी पर गुजरात के मुख्यमंत्री के बयान का जिक्र करते हुए कहा ‘‘बहराइच में शेर भी है, चीता भी है. कतर्नियाघाट में तो घड़ियाल भी हैं, मैं इस बात को बढ़ाना नहीं चाहता था, लेकिन गुजरात के मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को हमारे गधों के बारे में पता नहीं है. इस पर हम कहते हैं कि हमें गधों के बारे में जानना भी नहीं है. हमें तो काम के बारे में बात करनी है.’’


मालूम हो कि मुख्यमंत्री ने गत 20 फरवरी को रायबरेली के उंचाहार में आयोजित चुनावी सभा में गुजरात सरकार के पर्यटन विभाग के टीवी विज्ञापन की तरफ इशारा करते हुए कहा था ‘‘एक गधे का विज्ञापन आता है. मैं सदी के महानायक से अपील करता हूं कि वह गुजरात के गधों का प्रचार मत करें.’’ इस पर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने कल कहा था कि अखिलेश ने यह टिप्पणी करके गुजरात का अपमान किया है.


ज्ञातव्य है कि गुजरात पर्यटन के ब्रांड एम्बेस्डर अमिताभ ‘वाइल्ड ऐस सेंक्चुरी’ के टीवी विज्ञापन में गुजरात के कच्छ स्थित रण में स्थित अभयारण्य में रहने वाले जंगली गधों की खूबियां गिनाते दिखते हैं और वह पर्यटकों से अभयारण्य में आने का आग्रह करते नजर आते हैं.