लखनऊ: केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गरीबों के कल्याण के लिए जी जान से काम कर रहे हैं जो सामंती सोच वाली कांग्रेस, एसपी, बीएसपी जैसे दलों को हजम नहीं हो रहा है.


गरीबी का दर्द जानते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: उमा भारती


उमा भारती ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गरीब परिवार से आते हैं और गरीबी का दर्द जानते हैं, इसलिए गरीबों के कल्याण के लिए जीजान से काम रहे हैं. सामंती सोच वाले कांग्रेस, एसपी-बीएसपी और वामपंथियों सहित कई राजनीतिक दलों को यह हजम नहीं हो रहा है कि गरीब और पिछड़े परिवार के एक बेटे मोदी ने प्रधानमंत्री बनकर नि:स्वार्थ भाव से किसान, गरीब, नौजवान, दलित, पिछड़े और महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से मजबूत करने में अपना जीवन समर्पित कर दिया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ये दल मोदी का विरोध कर गरीबों और देश की जनता का विरोध कर रहे हैं.’’


बुंदेलखंड के बारे में उमा भारती ने कहा कि एसपी, बीएसपी व कांग्रेस के कारण गरीबी, भुखमरी और पलायन के चलते बुंदेलखंड चर्चा का विषय बना हुआ है. इसकी गिनती देश के तीन प्रमुख निर्धन क्षेत्रों में होती है.


उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लिए 3630 करोड़ रूपये आवंटित किये थे. इस आवंटन में से 1304 करोड़ रूपये राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन कोष से प्रदेश सरकार को दिये. मोदी सरकार ने यह धन सीधे प्रभावित लोगों के बैंक खाते में भेजने के लिए दिया था लेकिन अखिलेश सरकार ने इस धन को प्रभावितों तक पहुंचाया ही नहीं.


2016-17 में बुन्देलखण्ड को मनरेगा के तहत दिया गया 700 करोड़ रूपये


उमा ने कहा कि केंद्र सरकार ने महोबा, चित्रकूट और बांदा, बुन्देलखण्ड क्षेत्र को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए योजना बनाई थी लेकिन एसपी सरकार ने यह योजना सफल नहीं होने दी. साल 2016-17 में 700 करोड़ रूपये बुन्देलखण्ड को मनरेगा के तहत दिया गया, जिससे बदहाल जनता को राहत मिल सके.


उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड के किसानों को सूखे की मार से उबारने के लिए मोदी सरकार ने सिंचाई की सुविधा, जलाशयों की मरम्मत आदि के लिए बुन्देलखण्ड क्षेत्र को राशि दी. बुन्देलखण्ड के विकास के लिए सहकारी संस्थाओं के माध्यम से पेयजल और विद्युतीकरण की योजनाएं चलाई जानी थी जो लम्बे समय तक बुन्देलखण्ड की तरक्की में मददगार हो सकती थी.


किसकी जेब में चला गया जनता का पैसा ?


उमा ने बताया कि इसके लिए 932. 32 करोड़ रूपये राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन कोष से 2015-16 में आवंटित किया गया और 265. 87 करोड़ रूपये की पहली किश्त एसडीआरएफ द्वारा 2016-17 में दी गई. उन्होंने कहा कि अगर जनता का पैसा जनता को दिया जाता तो स्थिति कुछ और ही होती. अखिलेश यादव जवाब दें कि इस धन का क्या हुआ और जनता का पैसा किसकी जेब में चला गया ?


उमा ने कहा कि बुंदेलखंड के क्षेत्रों में आज भी लोग पानी के लिए परेशान हैं, जलाशय सूखे हैं और खेतों से पानी के कमी के कारण हरियाली गायब है. ‘‘किसानों और आम लोगों की इस परेशानी के जिम्मेदार मुख्यमंत्री अखिलेश यादव हैं.’’


पृथक बुंदेलखंड की मायावती की मांग को बेतुका मानती हैं उमा भारती


बीएसपी सुप्रीमो मायावती पृथक बुंदेलखंड राज्य की वकालत करती हैं तो बुंदेलखंड से ही बीजेपी की नेता और केंद्रीय मंत्री उमा भारती इसे बेतुका मानती हैं. उमा की दलील है कि बुंदेलखंड का जो क्षेत्र मध्य प्रदेश में आता है, वह पृथक राज्य के लिए तैयार नहीं है.


उमा ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘लगता है मायावती ने बेतुका ऐलान कर दिया है. बुंदेलखंड का जो क्षेत्र मध्य प्रदेश में आता है, वह पृथक राज्य के लिए तैयार नहीं है क्योंकि वहां विकास की लहर पहुंची है जबकि उत्तर प्रदेश में पडने वाले बुंदेलखंड के हिस्से के साथ वैसी बात नहीं है.’’ उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड का उत्तर प्रदेश में पड़ने वाला हिस्सा विकास से वंचित है. केन्द्र ने जो धनराशि भेजी, उसका दुरूपयोग किया गया.


सप्ताह भर में बनाया जाएगा बुंदेलखंड विकास बोर्ड


केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि बीजेपी छोटे राज्यों की हमेशा से पक्षधर रही है. उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी तो सप्ताह भर में बुंदेलखंड विकास बोर्ड बनाया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कथित तौर पर असहिष्णु बताने वाले विरोधी दलों को आड़े हाथ लेते हुए उमा ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब परिवार से आते हैं, इसलिए उन्हें निशाना बनाया जा रहा है.


उमा भारती ने दावा किया कि इस बार के चुनाव में बीजेपी की इतनी तेज लहर है, जो साल 1991 से भी बड़ी है. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की एसपी यदि अकेले दम पर चुनाव लड़ती तो चुनाव में वह दूसरे नंबर की पार्टी बनकर उभरती.


गठबंधन के समझौते के तहत कांग्रेस को 105 सीटें


कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बारे में उन्होंने कहा कि वह खुद ऐसा कुछ कर देते हैं, जिससे उनका हल्कापन नजर आ जाता है. उमा ने यह दावा भी किया कि गठबंधन के समझौते के तहत कांग्रेस को जो 105 सीटें हासिल हुई हैं, उनमें से 80 पर बीजेपी जीत दर्ज करेगी.


एसपी की अंतर्कलह पर उमा भारती ने कहा कि यह इस बात की बेहतरीन मिसाल है कि ‘लूट’ की बड़ी हिस्सेदारी किसके पास हो. श्मशान बनाम कब्रिस्तान को लेकर हो रही बयानबाजी पर उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री के बयान का पूर्ण समर्थन करती हैं. समाज के अल्पसंख्यक वर्ग के कल्याण के लिए कदम उठाने में कोई दिक्कत नहीं है लेकिन ऐसा बहुसंख्यकों की कीमत पर नहीं होना चाहिए.