मोदी कैबिनेट की मंजूरी, पटना एयरपोर्ट बनेगी नई टर्मिनल बिल्डिंग
नई टर्मिनल बिल्डिंग 65,155 वर्ग मीटर का होगा जिसमें 18,650 वर्गमीटर क्षेत्र ग्राउंडफ्लोर होगा. इससे पटना हवाई अड्डे से सालाना 45 लाख यात्रियों का सुचार आवागमन हो सकेगा.
नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी सरकार की कैबिनेट ने पटना एयरपोर्ट पर नई घरेलू टर्मिनल बिल्डिंग और संबंधित इंफ्रास्ट्रक्चर को बनाने के एक प्रस्ताव को बुधवार को मंजूरी दे दी. प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडलीय आर्थिक समिति में स्वीकृत प्रस्ताव के तहत 1,216.90 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से नई घरेलू टर्मिनल बिल्डिंग बनाई जाएगी.
नई टर्मिनल बिल्डिंग 65,155 वर्ग मीटर का होगा जिसमें 18,650 वर्गमीटर क्षेत्र ग्राउंडफ्लोर होगा. इससे पटना हवाई अड्डे से सालाना 45 लाख यात्रियों का सुचार आवागमन हो सकेगा. हवाई अड्डे पर इस समय जो सुविधा है उसमें हर साल सात लाख यात्रियों के व्यवस्थित आवागनम को संभाला जा सकता है.
सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, इस भवन को विश्व स्तरीय यात्रा सुविधाओं से लैस किया जाएगा. नई टर्मिनल बिल्डिंग बनने से पटना क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी, जिससे अतिरिक्त रोजगार सृजन पैदा होगा. इस परियोजना के साथ बिहार के लोगों की आकांक्षाएं पूरी हुई हैं. यह परियोजना प्रधानमंत्री की तरफ से बिहार के लिए घोषित पैकेज का अंग है.
बिहार का पटना हवाई अड्डा पूर्वी क्षेत्र के प्रमुख हवाई अड्डों में एक है. हवाई अड्डे का वर्तमान टर्मिनल भवन दो मंजिला पुराना ढांचा है और इसका उपयोग क्षमता से चार गुणा अधिक किया जा रहा है. सरकार को बिहार सरकार और बिहार की जनता की ओर से वर्तमान हवाई अड्डे को नया रूप देने और विस्तार करने के बारे में अनेक अनुरोध प्राप्त हुए. पटना हवाई अड्डे पर नया टर्मिनल भवन बनाना और संबंधित ढांचा निर्माण करना आवश्यक हो गया था, क्योंकि पिछले कुछ सालों में यात्रियों की संख्या काफी बढ़ी है.