बिहार: NDA के सीट शेयरिंग फॉर्मूले एलान संभव, सत्ता विरोधी रुझान कम करने के लिए सीट अदला-बदली की खबर
इससे पहले NDA में शामिल उपेंद्र कुशवाहा की लोकसमता पार्टी ने भी सीटों के बंटवारे को लेकर खुद को NDA से अलग कर लिया था. अब कुशवाहा की पार्टी बिहार के महागठबंधन में शामिल हो गई है.
नई दिल्ली: बिहार में एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर जारी गतिरोध आज खत्म हो जाएगा. बिहार एनडीए में सीटों के बंटवारे का आज एलान होने वाला है. करीब 11.30 बजे बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के घर पर बैठक होने वाली है. बैठक के लिए रामविलास पासवान और उनके बेटे चिराग पासवान दिल्ली पहुंच गए हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले से ही दिल्ली में मौजूद हैं. अभी नीतीश और प्रशांत किशोर की मुलाकात चल रही है. कयास लगाए जा रहे हैं कि अमित शाह के घर बैठक के बाद सीटों का एलान कर दिया जाएगा.
सूत्रों के मुताबिक बिहार में बीजेपी 18, जेडीयू 17 और LJP पांच सीटों पर चुनाव लड़ेगी. सूत्रों के मुताबिक जेडीयू को 2014 में जीती हुई सीट बीजेपी देगी. जेडीयू को जो सीटें मिल सकती हैं उनमें नालंदा, पूर्णिया, मधेपुरा, वाल्मीकिनगर, झंझारपुर, काराकाट, जहानाबाद, किशनगंज या कटिहार, गोपालगंज या सासाराम, सीतामढ़ी, दरभंगा, महाराजगंज, मुंगेर, सुपौल, औरंगाबाद या आरा और बांका शामिल हैं.
बीजेपी के सूत्रों का कहना है कि एलजेपी की एक लोकसभा सीट पर बीजेपी अपने चुनाव चिह्न पर उम्मीदवार उतारेगी. इसके एवज में एक राज्य सभा सीट एलजेपी को दी जा रही है. साथ ही एक लोकसभा सीट एलजेपी को उत्तर प्रदेश या किसी दूसरे राज्य में दी जाएगी. बता दें कि बिहार में सीटों के बंटवारे को लेकर हो रही देरी के कारण राम विलास पासवान और उनके बेटे चिराग पासवान ने कुछ दिनों पहले बीजेपी को चेताया था. उन्होंने कहा था कि अगर जल्द सीटों के बंटवारे को लेकर कोई बड़ा एलान नहीं हुआ तो NDA को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है.
आपको बताते चलें कि इससे पहले NDA में शामिल उपेंद्र कुशवाहा की लोकसमता पार्टी ने भी सीटों के बंटवारे को लेकर खुद को NDA से अलग कर लिया था. अब कुशवाहा की पार्टी बिहार के महागठबंधन में शामिल हो गई है.
2014 चुनाव का हाल 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी बिहार की 40 सीटों में से 30 पर लड़ी थी और उसे 22 सीटों पर जीत मिली थी. एलजेपी ने सात और आरएलएसपी ने तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. एलजेपी ने छह सीटों पर और आरएलएसपी ने तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी. 2014 लोकसभा चुनाव में जेडीयू और कांग्रेस दो-दो, आरजेडी चार और एनसीपी एक सीट जीती थी.
एक बार फिर राज्यसभा जाएंगे राम विलास पासवान दोनों दलों के बीच गतिरोध की एक बड़ी वजह एलजेपी प्रमुख राम विलास पासवान को राज्यसभा भेजे जाने की मांग थी. सूत्रों के मुताबिक़ पासवान को राज्यसभा भेजे जाने पर बीजेपी ने हामी भर दी है. संभावना है कि अगले साल असम से खाली हो रही दो राज्यसभा सीटों में से एक पर राम विलास पासवान को राज्यसभा भेजा जाएगा. 2009 में लोकसभा चुनाव हारने के बाद 2010 में राम विलास पासवान पहली बार बिहार से राज्यसभा के लिए चुने गए थे.