नई दिल्ली: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में लोकसभा चुनाव के लिए बिहार में सीट फॉर्मूले में बदलाव हुआ है. सूत्रो से मिल रही ताजा जानकारी के मुताबिक अब बीजेपी 18 सीटों पर तो वहीं जनता दल यूनाइटेड 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. वहीं राम विलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी को 5 सीटें मिल सकती है. साथ ही उसे 1 लोकसभा सीट बिहार के बाहर और 1 राज्यसभा सीट मिलेगी.


बता दें कि NDA की बैठक आज नहीं होगी. अब बैठक कल 11.30 बजे अध्यक्ष अमित शाह के घर पर होगी. बैठक के बाद गठबंधन की घोषणा की जाएगी. बीजेपी के सूत्रों का कहना है कि एलजेपी की एक लोकसभा सीट पर बीजेपी अपने चुनाव चिह्न पर उम्मीदवार उतारेगी. इसके एवज में एक राज्य सभा सीट एलजेपी को दी जा रही है. साथ ही एक लोकसभा सीट एलजेपी को उत्तर प्रदेश या किसी दूसरे राज्य में दी जाएगी.


बता दें कि बिहार में सीटों के बंटवारे को लेकर हो रही देरी के कारण राम विलास पासवान और उनके बेटे चिराग पासवान ने कुछ दिनों पहले बीजेपी को चेताया था. उन्होंने कहा था कि अगर जल्द सीटों के बंटवारे को लेकर कोई बड़ा एलान नहीं हुआ तो NDA को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है.


आपको बताते चलें कि इससे पहले NDA में शामिल उपेंद्र कुशवाहा की लोकसमता पार्टी ने भी सीटों के बंटवारे को लेकर खुद को NDA से अलग कर लिया था. अब कुशवाहा की पार्टी बिहार के महागठबंधन में शामिल हो गई है.


2014 चुनाव का हाल


2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी बिहार की 40 सीटों में से 30 पर लड़ी थी और उसे 22 सीटों पर जीत मिली थी. एलजेपी ने सात और आरएलएसपी ने तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. एलजेपी ने छह सीटों पर और आरएलएसपी ने तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी. 2014 लोकसभा चुनाव में जेडीयू और कांग्रेस दो-दो, आरजेडी चार और एनसीपी एक सीट जीती थी.


एक बार फिर राज्यसभा जाएंगे राम विलास पासवान


दोनों दलों के बीच गतिरोध की एक बड़ी वजह एलजेपी प्रमुख राम विलास पासवान को राज्यसभा भेजे जाने की मांग थी. सूत्रों के मुताबिक़ पासवान को राज्यसभा भेजे जाने पर बीजेपी ने हामी भर दी है. संभावना है कि अगले साल असम से खाली हो रही दो राज्यसभा सीटों में से एक पर राम विलास पासवान को राज्यसभा भेजा जाएगा. 2009 में लोकसभा चुनाव हारने के बाद 2010 में राम विलास पासवान पहली बार बिहार से राज्यसभा के लिए चुने गए थे.