मेरठः वैश्विक महामारी कोरोना से जूझ रहे मेरठ जिले के निवासियों को जल्द ही बड़ी राहत मिल सकती है. दरअसल, मेडिकल कॉलेज में आई नई मशीन से अब मात्र एक घण्टे में कोरोना के 50 सैंपलों की जांच रिपोर्ट सामने आ जाएगी.


मंगलवार को शासन से आए ओएसडी डॉ वेदप्रकाश और डीएम अनिल धींगरा ने कलेक्ट्रेट के बचत भवन में पत्रकार वार्ता की. ओएसडी डॉ वेदप्रकाश ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में  दो दिन पूर्व ही एक ट्रू नेट मशीन लगाई गई है जो सिर्फ एक मिनट में कोविड-19 जांच की रिपोर्ट देगी जिसका सीधा फायदा कोरोना संक्रमित गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों को मिलेगा और उनका उपचार समय से शुरू किया जा सकेगा.


डॉ वेदप्रकाश ने बताया अगले सप्ताह तक दो मशीनें और मेडिकल कॉलेज में आ जाएंगी जिसके बाद एक घंटे में 150 सेम्पल की जांच हो पाएगी अगले सप्ताह से इस मशीन से जांच शुरू कर दी जाएगी.


डॉ वेदप्रकाश ने बताया कि केजीएमयू के बाद मेरठ मेडिकल प्रदेश का दूसरा ऐसा अस्पताल है जिसने अब तक कोरोना के सबसे अधिक मरीजों का इलाज किया है. उन्होंने कहा कि यदि संक्रमित मनुष्य की इच्छाशक्ति प्रबल हो तो वह कोरोना को आसानी से मात दे सकता है. इससे घबराने की जरूरत नहीं, बल्कि डटकर इसका सामना करने की आवश्यकता है.


स्कूलों की फीस माफी पर की बात


डीएम अनिल धींगरा ने बताया कि अभिभावकों द्वारा प्राइवेट स्कूलों में तीन महीने की फीस माफी की मांग को लेकर प्रशासन विचार कर रहा है. इस संबंध में आज शाम को जिले के शिक्षा विभाग के अधिकारियों और निजी स्कूल संचालकों की बैठक भी बुलाई गई है. जल्द ही इस पर कोई सार्थक हल निकाला जा सकता है. जिसके बाद अभिभावकों को राहत मिलती नजर आ रही है.


श्रमिकों और मजदूरों पर दिया ये आश्वासन


डीएम ने बताया कि बाहरी राज्यों और जनपदों से वापस लौटे श्रमिकों को रोजगार दिलाने के लिए प्रशासन पूरा प्रयास कर रहा है. इस संबंध में प्राइवेट सेक्टर के कारोबारियों से बात की गई है. जल्द ही अलग-अलग प्राइवेट सेक्टर में जिले के 50 हजार श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा. इसी के साथ लघु उद्योगों के लिए विभिन्न योजनाओं के तहत व्यापारियों को 10 से 50 हजार तक का ऋण भी उपलब्ध कराया जाएगा.


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