इलाहाबाद: धार्मिक नगरी इलाहाबाद में संगम के तट पर स्थित साधू-संतों के आश्रम में भी नये साल का स्वागत धूम-धाम से किया गया. इस मौके पर गंगा किनारे स्थित क्रियायोग आश्रम में मौजूद विदेशी श्रद्धालुओं ने भारतीय रंग में सराबोर होकर ख़ास आध्यात्मिक अंदाज में नये साल का स्वागत किया. विदेशी श्रद्धालुओं ने नये साल के स्वागत में भजन व भक्ति गीत गाए और पटाखों व आतिशबाजी के बीच जश्न मनाकर एक-दूसरे को मुबारकबाद दी.
तमाम भारतीय साधू-संत औऱ धर्म गुरु भी हुए शामिल
क्रियायोग आश्रम में रह रहे विदेशी भक्तों ने इस मौके पर दुनिया में अमन चैन व भाईचारा कायम रहने की कामना की और ईश्वर की आराधना में लीन होकर सबके जीवन में सुख समृद्धि व शांति की प्रार्थना की. विदेशी श्रद्धालुओं द्वारा ख़ास आध्यात्मिक अंदाज में किये गए नये साल के स्वागत कार्यक्रम में तमाम भारतीय साधू-संत औऱ धर्म गुरु भी शामिल हुए.
विदेशी श्रद्धालुओं ने आध्यात्मिक अंदाज में हुए नये साल के जश्न के कार्यक्रम के दौरान भारतीय योग विद्या को अपनाने और विदेशों में भी जोर शोर से इसका प्रचार करने का संकल्प लिया. आश्रम के संचालक स्वामी श्री योगी सत्यम ने इस मौके पर मौजूद विदेशी भक्तों को योग क्रिया का अभ्यास भी कराया.
इस मौके पर विदेशी श्रद्धालुओं का आध्यात्मिक अंदाज देखते ही बन रहा था. आश्रम में मौजूद ये विदेशी श्रद्धालु इलाहाबाद के संगम पर बारह जनवरी से शुरू हो रहे माघ मेले में एक महीने तक कल्पवास करेंगे. इस दौरान ये भारतीय सनातन परम्परा से रूबरू होंगे और धार्मिक कार्यों को अंजाम देते हुए गंगा मइया और संगम पर आने वाले श्रद्धालुओं की सेवा करेंगे.
नए साल के स्वागत में इलाहाबाद के इस चर्च में की गई है पांच लाख बल्ब की रोशनी
नये साल के स्वागत में संगम नगरी इलाहाबाद का पाश इलाका सिविल लाइंस बिजली की रंगीन रोशनियों से नहा उठा है. इस मौके पर यूं तो समूचे सिविल सिविल लाइंस इलाके को बेहद ख़ूबसूरती से सजाया गया है, लेकिन यहाँ की हेरिटेज बिल्डिंग पत्थर गिरजाघर में पांच लाख बल्बों से की गई बिजली की अदभुत सजावट देखते ही बन रही हैं. आल सेंट कैथेड्रिल चर्च यानी पत्थर गिरिजाघर में पांच लाख बल्बों से की गई सजावट को देखकर ऐसा लग रहा है मानो एक साथ लाखों सितारे आसमान से ज़मीन पर उतर आये हों.
पिछले कई दिनों से की गई इस सजावट को देखने के लिए बड़ी तादात में लोग यहाँ जुटे हैं. जो कोई भी बिजली की रंगीन रोशनियों से की गई सजावट को देख रहा है वह इस पर से अपनी नज़रे नहीं हटा पा रहा है. नये साल के स्वागत में इस तरह का खूबसूरत नज़ारा इलाहाबाद के लोगों को काफी दिनों तक याद रहेगा. नये साल के मौके पर यहां हर साल इसी तरह की अनूठी सजावट की जाती है, जिसकी तैयारियां करीब महीने भर पहले से की जाती है. इस बार भी यहां की सजावट देखने के लिए लोगों की काफी भीड़ जुटी हुई है.
नये साल के पहले दिन इस गिरिजाघर में विशेष प्रार्थना सभा की जाती है, जिसमे बड़ी तादात में लोग शामिल होते हैं. इस प्रार्थना सभा में शांति और अमन चैन कायम रहने की कामना की जाती है.