ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा में ड्रग्स की ओवरडोज से हुई मौत के शक में बड़ा बवाल हुआ. परिवारवाले जहां नाईजीरियाई आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं, वहीं हिंसक प्रदर्शन के दौरान कुछ नाईजीरियाई नागरिकों पर हमला भी हुआ है. मामले की गंभीरता को देखते हुए विदेश मंत्रालय ने यूपी सरकार से रिपोर्ट मांगी है.
दिल्ली से लगे यूपी के ग्रेटर नोएडा में कल दिन भर बवाल हुआ. मामला कथित तौर पर ड्रग्स की ओवरडोज से एक छात्र की मौत का है. पहले परिजनों ने कार्रवाई के लिए पुलिस का घेराव किया. शाम को परी चौक पर इंसाफ की मांग पर बड़ा कैंडिल मार्च निकला और फिर उसके बाद बात बिगड़ गई.
कथित तौर पर गुस्साई भीड़ ने कुछ कारों में तोड़फोड़ के बाद एक नाइजीरियाई युवक पर हमला कर दिया, जिसे बमुश्किल बचाया जा सका. बाद में दो नाइजीरियाई छात्रों को पीटे जाने की भी खबर आई. इसके बाद पुलिस ने मोर्चा संभाला और उपद्रव पर उतारू लोगों को अलग-थलग किया.
दसवीं का छात्र मनीष खारी 3 दिन पहले सुबह अपने घर के पास बेसुध मिला था कुछ घंटे के बाद एक प्राइवेट अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी. मनीष ग्रेटर नोएडा के कासना इलाके की एनएसजी सोसायटी में रहता था. आरोप है कि सोसायटी में ही रहने वाले कुछ नाइजीरियाई लड़कों ने उसे अगवा कर जबरन ड्रग्स दी और पुलिस पर भी आरोप है कि नामजद पांचों नाइजीरियाई लोगों को छोड़ दिया.
बाद में सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, ‘’मैंने यूपी सरकार से नोएडा में अफ्रीकी छात्रों पर कथित हमले की पूरी रिपोर्ट मांगी है.’’