नई दिल्ली: बिहार में सत्ताधारी गठबंधन में सीटों के बंटवारे के घमासान के बीच जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में सीएम नीतीश कुमार ने साफ कर दिया है कि उनकी सरकार रहे या जाए, लेकिन वो क्राइम, कम्युनिलिज़्म और करप्शन पर किसी तरह का कोई समझौता करने को तैयार नहीं हैं. गिरिराज सिंह के दंगा आरोपियों के घर जाने और आंसू बहाने पर भी सीएम ने कड़ी प्रतिक्रिया दी. नीतीश ने कहा उन्होंने कानून के मुताबिक काम किया है.

दो दिनों तक चली राष्ट्रीय कार्यकारिणी में नीतीश ने अपने भाषण में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी हमला किया. उन्होंने कहा, "मैंने राहुल गांधी से तीन बार मुलाक़ात कर भ्रष्टाचार पर रुख़ साफ करने को कहा था लेकिन ऐसा नहीं हुआ. हम क्राइम, कम्युनिलिज़्म और करप्शन पर समझौता नहीं कर सकते."

खुद के गठबंधन में दरार और महागठबंधन में जाने की अटकलों पर नीतीश ने कहा, "कुछ लोग मुझे एलिमीनेट करना चाहते हैं पर हमको कोई किनारा कर दे ये संभव नहीं. हम किनारे होने वाले नहीं." इस बीच पार्टी ने सीटों के बंटवारे को लेकर फैसला लेने का अधिकार सर्व सम्मति से नीतीश कुमार को सौंप दिया है.

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आपको बता दें कि करप्शन के सवाल पर ही आरजेडी-जेडीयू की गठबंधन सरकार गिर गई थी. और अब सरकार पर कम्युनिलिज़्म का आरोप है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार दंगों के आरोपियों के घर जाकर उनसे मुलाकात की है. इस मुलाकात के बाद नीतीश पर विपक्ष ने हमला तेज़ कर दिया है.

कांग्रेस नेता अखिलेश प्रताप सिंह ने दंगा आरोपियों के घर गिरिराज सिंह के जाने का सवाल उठाया. उन्होंने कहा है कि बीजेपी पीड़ितों पर अट्टहास करती है और गुनाहगारों के साथ खड़ी होती है. ये संविधान के खिलाफ है. नतीतीश कुमार बताएं कि ऐसे सहयोगियों पर उन्हें क्या कहना है?

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