नई दिल्ली: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज अपने आला अधिकारियों के साथ हाई लेवल बैठक की. बैठक के बाद सीएम ऑफिस से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया कि बिहार के बाहर फंसे जो भी प्रवासी मजदूर बिहार आने को इच्छुक हैं, उन सभी को बिहार लाया जाएगा. वे परेशान न हों, धैर्य रखें, सुरक्षित रहें. सरकार पूरी क्षमता से सभी इच्छुक प्रवासी मजदूरों को जल्द से जल्द बिहार लाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है.
प्रवासी मजदूरों के आने को लेकर मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि केन्द्र सरकार को यह पत्र लिखा जाए कि रेल मंत्रालय टिकट बुकिंग हेतु ऐसा प्रोटोकॉल बनाएं कि बिहार आने के इच्छुक प्रवासी मजदूरों को उनके प्रस्थान की तिथि की जानकारी पहले ही मिल जाए. इससे उनमें इत्मीनान का भाव पैदा होगा. इससे प्रवासी मजदूरों में घर लौटने की बेचैनी या फिर किसी प्रकार की आशंका या गुस्सा नहीं होगा.
उन्होंने कहा,''रोजगार के अवसर बढ़ाने को लेकर सभी विभाग गंभीरतापूर्वक कार्य करें ताकि प्रवासी मजदूरों के लिए ज्यादा से ज्यादा रोजगार सृजित किया जा सके. आधुनिक तकनीक का प्रयोग कर इसके लिए निगरानी का काम चुस्त करें. सभी गरीब परिवारों के लिए नए राशन कार्ड बनाने के कार्य में तेजी लाएं. इससे जरूरतमंदों को शीघ्र मदद की जा सकेगी. नया राशन कार्ड बनाने को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में जीविका एवं शहरी क्षेत्रों में एनयूएलएम के द्वारा किए गये सर्वे के आधार पर चिन्हित सुयोग्य लोगों को 1,000 रुपये की सहायता राशि के वितरण में तेजी लाएं. राशन बांटने में गड़बड़ी की शिकायत पर तुरन्त जांच की जाए और दोषी लोगों पर कड़ी कार्रवाई करें.''
नीतीश कुमार ने आगे कहा,'' कोविड-19 को लेकर सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा लोगों को जो राहत पहुंचाई जा रही है, उसका डाटाबेस तैयार करें. कोरोना संक्रमण की गंभीरता को समझना होगा. लोग धैर्य बनाये रखें.सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. हमलोग सभी के हित में सोचते हैं. एक-एक व्यक्ति की चिन्ता करते हैं. सरकार द्वारा लोगों की हरसंभव मदद की जा रही है.