नई दिल्ली: माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चकित कर दिया है. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर नीतीश कुमार ने क्या ऐसा कर दिया जिससे दुनिया के इस अमीर शख्स भी मुरीद हो गए. दरअसल, जलवायु परिवर्तन को लेकर नीतीश कुमार काफी चिंतित रहे हैं. इसी मुद्दे पर मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन के फाउंडर बिल गेट्स ने नीतीश कुमार की तारीफ की है.
उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन को कम करने के तरीके मुझे पटना में सुनने को मिलेंगे, मैंने ऐसा सोचा भी नहीं था. एक अखबार के कार्यक्रम में बिल गेट्स ने कहा कि वो नीतीश कुमार से मिले और दस वर्षों से उन्हें जानते हैं. बिहार सरकार के सूचना विभाग ने एक वीडियो साझा किया है.
गेट्स कह रहे हैं, ''एक लंबे अंतराल के बाद नीतीश कुमार के साथ बैठक हुई. इस बैठक में उन्हें अंदाजा भी नहीं था कि वो जलवायु परिवर्तन जैसा मुद्दा उठाएंगे. क्योंकि ये ऐसा मुद्दा है जिस पर वॉशिंगटन, लंदन या पेरिस में विचार होता है, लेकिन पटना में वो मुझसे कह रहे थे कि देखिए ये सबसे बड़ा मुद्दा है और ये हमारे लिए एक समस्या है. मुझे इससे निबटने में जैसे पानी आपूर्ति, बीज जिससे इस समस्या को कम किया जा सके, उसमें मदद कीजिए.''
नीतीश कुमार ने सरकारी स्तर पर कई योजनाओं को शुरू किया. लोगों को जागरूक करने के लिए कई कार्यक्रम चलाए. बिहार सरकार ने पॉलिथीन को सूबे में पूरी तरह प्रतिबंधति कर दिया. सरकार ने पॉलिथीन कैरी बैग का उत्पादन, बिक्री और इस्तेमाल पर रोक लगाई और नियमों का उल्लंघन करनेवालों पर 5 हजार तक जुर्माना लगाने का प्रावधान किया.
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बिहार पॉल्यूशन कंट्रोल बॉडी (BSPCB) को अधिकृत किया कि इन्वायरमेंट प्रोटेक्शन एक्ट के तहत अपने हिसाब से जुर्माना तय कर सकता है. BSPCB शहरी और देहाती क्षेत्रों में अपने हिसाब से सजा का भी निर्धारण तय कर सकता है. नियमों के उल्लंघन करनवालों के खिलाफ जुर्माने की राशि एक लाख तक बढ़ाई जा सकती है.
सरकार ने पोखरों, कुओं, तालाबों में पानी लाने के उद्देश्य से ‘जल नीति’ को बढ़ावा दिया. जिससे भविष्य में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके. पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त बनाए रखने के लिए उसने जल ‘जीवन हरियाली’ कार्यक्रम की शुरुआत की. इसके लिए नीतीश कुमार ने बजट में 24 हजार करोड़ का प्रावधान किया.
वायु प्रदूषण से होनेवाली चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए बिहार सरकार ने 15 साल पुराने कमर्शियल वाहनों को बैन किया. इसके लिए बिहार सरकार ने सघन चेकिंग अभियान चलाने का निर्देश दिया. बिहार सरकार ने नगर निगम के कचरा वाहन को बिना ढंके ले जाने पर भी रोक लगाई.
गांवों में पुआल जलाने को लेकर भी दिशा बिहार सरकार ने कड़ा रूख अपनाया. सरकार ने कृषि विभाग को पुआल जलानेवालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा.