नई दिल्लीः मुजफ्फरपुर कांड पर बिहार से लेकर दिल्ली तक भारी फजीहत झेल रही नीतीश सरकार दबाव में दिख रही है. चौतरफा आलोचना का सरकार पर किस कदर दबाव है इसकी झलक अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयानों में भी देखने को मिल रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब खुले मंच से अपने सुशासन वाली गवर्नेंस याद दिलाने को मजबूर हैं.


सुशासन की दुहाई
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज सतत जीविकोपार्जन योजना के शुभारंभ कार्यक्रम में जीविका दीदियों को संबोधित करते हुए सुशासन की दुहाई दे डाली. मुजफ्फरपुर की घटना पर चौतरफ़ा आलोचना झेल रहे मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे लाख अच्छे काम करने के बावजूद अगर कहीं कोई एक बुरा काम सामने आ जाए तो सभी ओर से आलोचना होती है. नीतीश ने कहा कि उन्हें जमकर कोसा जा रहा है लेकिन वह इससे घबराने वाले नहीं हैं. उन्होंने बिहार में कानून का राज स्थापित किया है और कोई भी अपराधी किसी भी कीमत पर बचेगा नहीं. नीतीश ने दावा किया कि मुज़फ़्फ़रपुर बालिका गृह कांड में सिर्फ़ दोषी ही नहीं बल्कि उन्हें बचाने वाले भी बख्शे नहीं जाएंगे.





इसके साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा की वो काम करने में विश्वास करते है, विज्ञापन में नही. कुछ लोग तो काम कम विज्ञापन ज्यादा करते हैं. दूसरे राज्य के अखबारों में भी विज्ञापन छपवाते हैं. मैं गांधी जी के आदर्शों में विश्वास करता हूं केवल काम पर ध्यान देता हूं. इतना ही नहीं बिना नाम लिए नीतीश ने केंद्र सरकार पर भी तंज कसा, कहा कि बड़े लोग क़र्ज़ लेकर भाग जा रहे हैं लेकिन उनको कोई देखने वाला नहीं है जबकि जीविका की दीदियां 98 फ़ीसदी तक क़र्ज़ वापस कर देती हैं.