नई दिल्ली: 2019 लोकसभा चुनाव के लिए बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और महागठबंधन में जोर-आजमाइश जारी है. इस बीच एनडीए में शामिल नीतीश कुमार ने कहा है कि मेरे हिसाब से नरेंद्र मोदी ही प्रधानमंत्री बनेंगे. वैसे जनता ही मालिक है. जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने तीन तलाक और राम मंदिर जैसे मुद्दों पर बीजेपी के पक्ष में नहीं खड़े होने को लेकर भी सफाई दी.
उन्होंने कहा, ''1996 के बाद से तीन चार साल छोड़ दें तो बीजेपी के साथ हमारा कुछ मुद्दों पर असहमति रही है. आज भी है. लेकिन बिहार के विकास के लिए बीजेपी के साथ काम कर रहे हैं.'' नीतीश कुमार ने कहा, ''हमारी पार्टी ने राम मंदिर पर पहले ही साफ कर दिया है कि इस मुद्दे को कोर्ट या बातचीत से सुलझाया जाए.''
बिहार में 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी-जेडीयू और लोजपा ने साथ चुनाव लड़ने का फैसला किया है. तीनों दलों के बीच सीटों पर भी सहमति बन चुकी है. एनडीए का मुकाबला महागठबंधन से है.
महागठबंधन (आरजेडी, कांग्रेस, हम, आरएलएसपी+) पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि महागठबंधन का कोई भविष्य नहीं है. आत्मविश्वास की कमी है. लगता था आरजेडी में दम है, कांग्रेस के साथ था पर दम नहीं है.
कांग्रेस पर निशाना
नीतीश कुमार कांग्रेस पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि जिसके लिए अध्यादेश को फाड़ा गया आज उन्हीं के साथ चुनाव लड़ रहे हैं. दरअसल, 2013 के सितंबर महीने में मनमोहन सिंह ने दागी सांसदों और विधायकों की सदस्यता बचाने वाला एक अध्यादेश लाया था. जिसका विरोध करते हुए राहुल गांधी ने एक प्रेस कांफ्रेंस में अध्यादेश की कॉपी को फाड़ दिया था. तब राहुल की खूब आलोचना हुई थी. मनमोहन सिंह पर यह भी आरोप लगा था कि सरकार में शामिल लालू यादव को बचाने के लिए अध्यादेश लाया गया.
राफेल
नीतीश कुमार ने राफेल डील पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच जारी खींचतान पर भी अपनी राय रखी. नीतीश कुमार ने कहा कि राफेल कोई मुद्दा है, ये समझ में नहीं आ रहा है. सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ चुका है और लोकसभा में बहस हो चुकी है. ऐसे में लोगों को बताने के लिए क्या है?
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