पटना: पश्चिम बंगाल में सीबीआई विवाद वाला मामला गरमाया हुआ है. सीएम ममता बनर्जी धरने पर बैठी हैं. इसको लेकर ममता बनर्जी ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया. इस बीच ममता बनर्जी के धरना देने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा चुनाव का दौर शुरू होने वाला है कुछ भी हो सकता है. ममता का नाम लिए बगैर नीतीश ने कहा देश की किसी को चिंता है सिर्फ वोट की चिंता है.
वहीं पटना में राहुल गांधी की रैली पर नीतीश ने कहा महागठबंधन की जगह गठबंधन शब्द का प्रयोग कर रहे थे यानी राहुल ने माना कि महागठबंधन नहीं है. उन्होंने कहा कि बिहार का ग्रोथ रेट डबल डिजिट में है. पिछले 13 सालों में बिजली, उत्पादन और उत्पादकता बढ़ी है. इनकी जानकारी राहुल गांधी को नहीं है.
दरअसल केन्द्र और पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार के बीच यह विवाद तब शुरू हुआ जब शारदा चिटफंड घोटाले में आरोपी पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से पूछताछ करने पहुंची सीबीआई की टीम को हिरासत में ले लिया गया. हालांकि, बाद में इन अधिकारियों को छोड़ दिया गया. सीबीआई की कार्रवाई के बाद ममता बनर्जी के अनशन को विपक्ष का जबरदस्त समर्थन मिल रहा है.
2013 में सामने आया था घोटाला
कथित तौर पर तीन हजार करोड का ये घोटाला अप्रैल 2013 में सामने आया था. आरोप है कि शारदा ग्रुप की कंपनियों ने गलत तरीके से निवेशकों के पैसे जुटाए और उन्हें वापस नहीं किया. घोटाले के खुलासे के बाद जब एजेंटों से निवेशकों ने पैसे मांगने शुरू किये तो कई एजेंटों ने जान तक दे दी थी. इस घोटाले को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार पर सवाल उठे थे.
शारदा समूह द्वारा 10 लाख से अधिक निवेशकों को ठगने का अनुमान है. इस घोटाले से 3,000 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान होने की संभावना है. अप्रैल में बालासोर और ओडिशा में सैकड़ों निवेशकों ने समूह पर आरोप लगाया था कि उच्च लाभ का वादा कर उनसे पैसा लिया गया था, जिसे पूरा नहीं किया गया. इसके बाद ओडिशा में इस मामले की जांच शुरू हुई थी.