पटना: बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार ने आज दावा किया की बिहार के 17 ज़िलों में घर घर बिजली पहुंच गई है. इस साल के अंत तक सभी जिलों में हर घर में बल्ब जलने लगेगा. नीतीश ने एलान किया कि अगले साल मार्च तक एक हजार से ज्यादा खेती के लिए अलग से फीडर पहुंच जाएंगे. ऊर्जा विभाग की ओर से विद्युत भवन परिसर में आयोजित योजनाओं के शिलान्यास, उद्धाटन व लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने ये बातें कहीं.
नीतीश कुमार ने कहा कि बिजली से बिहार संतुष्ट है. उन्होंने कहा कि उर्जा विभाग का काम तेजी से चल रहा है. इसे देखकर खुशी होती है. उन्होंने कहा, ''आज से छह साल पहले 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गांधी मैदान में झंडोत्तोलन के बाद हमने अपने भाषण के दौरान यही कहा था कि बिजली की स्थिति को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं. हमने बिहारवासियों को स्पष्ट कहा था अगर बिजली की स्थिति में सुधार नहीं लाएंगे तब हम 2015 में वोट मांगने नहीं जाएंगे. उसके बिजली के क्षेत्र में तेजी से काम हुआ है.''
नीतीश कुमार ने कहा कि गरीब के घर एक बल्ब जलता था और बिल 4000-5000 रुपये तक पहुंच जाता था. अब स्पॉट बिलिंग की सुविधा शुरू कर दी गई है. इसके चलते इनकी बिजील कंपनियों की आमदनी भी बढ़ गई है. पिछले वित्तिय वर्ष में बिजली बिल से आमदनी 8000 करोड़ हुई. अगर बिजली कंपनियां घाटे में रहती हैं तो उनकी भरपाई राज्य सरकार अपने से अनुदान में देती है. लेकिन पहले से काफी कम देना पड़ता है.
वहीं उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि 15 सितम्बर से पटना के 5.10 लाख घरों और अगले डेढ़ साल में राज्य के 18 लाख घरों में बिजली के प्री पेड मीटर लगा दिए जाएंगे. इसे मोबाइल एप्प से रिचार्ज किया जा सकेगा. राज्य सरकार ने बरौनी, कांटी और नवीनगर पॉवर प्लांट को एनटीपीसी को सौंप दिया है. इससे राज्य सरकार को हर साल 875 करोड़ रुपये की बचत होगी.
सुशील मोदी ने कहा कि मार्च 2019 तक खेती के लिए अलग फीडर से बिजली दी जाएगी. इससे डीजल पर किसानों की निर्भरता खत्म होगी और उत्पादन लागत में कमी आएगी. इससे किसानों की आमदनी बढ़ेगी. हर घर बिजली (सौभाग्य) योजना के तहत 32.23 लाख इच्छुक परिवारों में से 20.26 लाख को बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराया जा चुका है. शेष परिवारों को इस साल दिसंबर तक कनेक्शन देने का लक्ष्य है.