पटना: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से भारत-चीन सीमा के हालात पर चर्चा करने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल हुए. सीएम नीतीश ने अपने संबोधन में  सबसे पहले बैठक बुलाने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया और शामिल होने वाले सभी  राजनीतिक दलों के अध्यक्षों का अभिनंदन किया.


मुख्यमंत्री ने कहा कि चीन की हरकत पर पूरे देश में ऐसा माहौल है कि सभी लोग एकजुट हैं और इसका बदला लेना चाहते  हैं. उन्होंने भारत-चीन सीमा पर स्थित गलवान घाटी में शहीद हुए सभी जवानों के प्रति अपने और अपनी पार्टी की तरफ से श्रद्धांजलि दी और कहा कि शहीद होने वाले 20 जवानों में से पांच जवान बिहार के थे.


चीन मसले पर नहीं कोई राजनीतिक दलों में मतभेद


इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपनी तरफ से शहीदों के सम्मान में उनके परिवार के लिये हर संभव मदद कर रही है. पूरे देश में इस घटना से आक्रोश है. उन्होंने कहा कि यह देश की एकता और अखंडता का सवाल है. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पूरा देश एकजुट है, इसमें राजनीतिक दलों के बीच कोई मतभेद नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत ने अपनी तरफ से हमेशा कोशिश की है कि चीन के साथ अच्छा संबंध  हो.


चीन से आया कोरोना वायरस- नीतीश कुमार


सीएम ने कहा, “बचपन में वे हिन्दी-चीनी, भाई-भाई का नारा सुना करते थे लेकिन चीन का रवैया भारत के प्रति अच्छा नहीं रहा है और उसे भारत से चिढ़ है. सच्चाई जो भी हो, आम अवधारणा यही है कि कोरोना वायरस वुहान के बायोलॉजिकल लैब से ही निकला और कुछ ऐसा हुआ कि वह पूरे विश्व में फैला. कोरोना वायरस नेचुरल नहीं है क्योंकि इसका तापमान, मौसम और क्षेत्र से कोई संबंध नहीं है.’’


चीन से आया सामान पर्यावरण के लिए गंभीर संकट


मुख्यमंत्री ने कहा कि चीन से जो भी सामान अपने देश में आता है,  उसके कारण पर्यावरण को भी संकट हो रहा है. खिलौने, इलेक्ट्रॉनिक आइटम भारतीय बाजार में भारी संख्या में बिक रहे हैं. खिलौनों में प्लास्टिक का बहुत ज्यादा प्रयोग होता है. यह इको फ्रेंडली भी नहीं है. इससे पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है. इलेक्ट्रॉनिक सामानों के कारण इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट जेनरेट हो रहा है, जो पर्यावरण के लिये गंभीर संकट पैदा कर रहा है.


चीन का सामान टिकाऊ नहीं करें बहिष्कार


नीतीश कुमार ने कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि चीन का उत्पाद टिकाऊ नहीं है. दाम कम होने की वजह से लोग इसे खरीद लेते हैं. उन्होंने कहा कि हमलोग बिना किसी कारण विवाद पैदा नहीं करते हैं. हमलोग चीनी उत्पाद की खरीददारी न करें, इसके लिए पहले के एग्रिमेंट पर भी विचार करने की जरूरत है. हमलोगों को स्वदेशी सामानों को बढ़ावा देना चाहिए, यह प्रधानमंत्री नरेन्द्रे मोदी की प्राथमिकता सूची में भी है.


चीन अपमानित कर रहा, बर्दाश्त नहीं करें


मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा देश आगे बढ़े, इसके लिए हम सब एकजुट हैं. अगर चीन अपमानित कर रहा है तो इसे बर्दाश्त करने की जरूरत नहीं है. अगर चीन भारत के भू-भाग पर कब्जा करने के बारे में सोचता है तो यह उसके लिए असंभव है. हम सभी को एकजुट रहना चाहिए हम सभी दलों का कर्तव्य है कि एकजुट रहकर केन्द्र का समर्थन करें. प्रधानमंत्री को निर्णय लेना है. प्रधानमंत्री जो निर्णय लेंगे, हम सभी उनके साथ हैं.


वीडियो कांफ्रेंसिंग की शुरुआत में भारत-चीन सीमा पर स्थित गलवान घाटी में शहीद हुए जवानों के सम्मान में सभी लोगों ने खड़े होकर दो मिनट का मौन रखा और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.


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