पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमारा भरोसा काम करने और लोगों की सेवा करने में है. हम वोट की चिंता नहीं करते और न ही हमारा काम का तौर तरीका जाति पर आधारित है. उन्होंने कहा कि हमारे साथ चाहे जो भी रहे हमने काम के साथ-साथ 'क्राइम, करप्शन और कम्युनलिज्म' से कभी समझौता नहीं किया. हमारी योजनाएं सभी के लिए होती हैं.
मुख्यमंत्री ने पटना में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हर जिले में एक अल्पसंख्यक विद्यालय का निर्माण कराया जाएगा. उन्होंने कहा, "राज्य में अल्पसंख्यक समुदाय की बड़ी आबादी है लेकिन अभी भी बहुत कम लोग मुख्यधारा से जुड़ पाए हैं. हमारी सरकार सभी लोगों को मुख्यधारा में जोड़ने के प्रति कटिबद्ध है."
इससे पहले मुख्यमंत्री ने सचिवालय स्थित संवाद में इंडो-इस्लामिक वास्तुकला पर आधारित अंजुमन इस्लामिया हॉल, पटना के नए प्रस्तावित भवन का शिलान्यास किया और साथ ही बिहार राज्य अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय योजना, बिहार राज्य वक्फ विकास योजना एवं बिहार राज्य मदरसा सुदृढ़ीकरण योजना का रिमोट के माध्यम से शुभारंभ किया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि वक्फ बोर्ड की जमीन पर भवन बनेगा. इस भवन में लाइब्रेरी और ऑडिटोरियम का भी निर्माण कराया जाएगा. यह भवन व्यावसायिक उद्देश्य से बनाया जाएगा. साल 2020 की ईद में अंजुमन इस्लामिया हॉल के नए भवन का उद्घाटन किया जाएगा.
सात निश्चय योजना की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत हर घर नल का जल, हर घर बिजली, हर घर शौचालय, हर घर तक पक्की गली-नाली जैसी बुनियादी सुविधाएं लोगों तक पहुंचाई जा रही हैं. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि राज्य में बिजली की स्थिति सुधरी है. उन्होंने कहा कि विकास के साथ-साथ हमने समाज सुधार का काम किया है. हर धर्म कहता है कि समाज नशामुक्त होना चाहिए और जब हमने शराबबंदी लागू की तो सभी मजहब के लोगों ने खुशी प्रकट की.