मोदी सरकार में शामिल नहीं होने के फैसले पर बोले नीतीश कुमार- कोई नाराजगी नहीं
नीतीश कुमार ने कहा कि सांकेतिक तौर पर सरकार में शामिल होने का कोई मतलब नहीं है. उन्होंने कहा कि नाराजगी जैसी कोई बात नहीं है. हमसब पूरी तरह से एकजुट हैं.
नई दिल्ली: नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड मोदी सरकार के कैबिनेट में शामिल नहीं होगी. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमने फैसला किया है कि हम सरकार में शामिल नहीं होंगे. बीजेपी की तरफ से सांकेतिक तौर पर एक सीट का ऑफर किया गया था जिसे नीतीश ने नहीं माना. पार्टी नेताओं के साथ बैठक में इस बात पर विचार हुआ और तय हुआ कि बिहार में बीजेपी के साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं.
नीतीश ने कहा कि सांकेतिक तौर पर कैबिनेट में शामिल होने का कोई मतलब नहीं है. साथ मिलकर एनडीए चला रहे हैं ऐसे में केंद्र में सरकार को समर्थन रहेगा. नीतीश कुमार ने साफ तौर पर कहा कि कोई तकलीफ नहीं है. हमलोग एकजुट हैं. इससे पहले उन्होंने संकेत दिया था कि केंद्र सरकार में उनकी पार्टी की भूमिका होगी. उनकी पार्टी भले ही सरकार में शामिल नहीं हो रही है लेकिन नीतीश मोदी सरकार-2 के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने पहुंचे.
Bihar CM Nitish Kumar: They wanted only 1 person from JDU in the cabinet, so it would have been just a symbolic participation.We informed them that it is ok we don't need it. It is not a big issue, we are fully in NDA and not upset at all.We are working together,no confusion. pic.twitter.com/AsDa8EUnUN
— ANI (@ANI) May 30, 2019
इससे पहले कयास लगाए जा रहे थे कि जेडीयू के आरसीपी सिंह को कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है. इस बार जेडीयू के जो 16 सांसद चुने गए हैं उसमें बांका से जेडीयू के गिरधारी यादव, भागलपुर से अजय कुमार मंडल, गया से विजय कुमार, गोपालगंज से डॉ आलोक कुमार सुमन, जहानाबाद से चंदेश्वर प्रसाद, झंझारपुर से रामप्रीत मंडल, काराकाट से महाबली सिंह, कटिहार से दुलाल चंद्र गोस्वामी, वाल्मीकि नगर से वैद्नाथ प्रसाद महतो, सुपौल से दिलेश्वर कामैत, सीवान से कविता सिंह, सीतामढ़ी से सुनील कुमार पिंटू, पूर्णिया से संतोष कुमार, नालंदा से कौशलेंद्र कुमार, मुंगेर से ललन सिंह और मधेपुरा से दिनेश चंद्र यादव ने जीत दर्ज की है.
यह भी देखें