पटनाः प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों को घर बनाने का सपना पूरा करने का ऐलान हुआ था. लेकिन सरकार की ओर से लागू हुए इस योजना में बिहार में करीब 33 लाख परिवार छूट गया था. बिहार सरकार ने केंद्र सरकार को छूटे हुए परिवारों को शामिल करने का आग्रह किया था. देरी को देखते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2020 में विधान सभा चुनाव को देखते हुए फैसला लिया है. नीतीश कुमार नए साल में गरीबों को गिफ्ट देने का फैसला लिया है.


पटना में मकर संक्रांति के मौके पर नीतीश कुमार ने कहा, "जो परिवार का नाम प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत छूट गया था. उन्हें भी सुविधा मिलनी चाहिए थी. हमलोग ने विचार किया है कि हमलोग अपनी तरफ से उनलोगों को घर देने का काम शुरू करेंगे.''


नीतीश कुमार ने कहा, ''जब केंद्र से आ जाए तो अच्छी बात है लेकिन गरीबों को घर देने में देर करना अच्छा नहीं लगता है. ऐसे लोगों को लेकर सर्वे करवाया गया. जो परिवार इस योजना में शामिल हुए हैं उन्हें घर दिया जाएगा.''


अपने घोषणा के साथ ही नीतीश कुमार ने साफ कर दिया कि चुनावी साल में जो काम केंद्र की मोदी सरकार बिहार में नहीं कर पाई उसे वह कर दिखाएंगे.


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