नई दिल्ली: बिहार और उत्तर प्रदेश के मजदूरों/श्रमिकों का गुजरात से पलायन जारी है. सत्तारूढ़ दल बीजेपी इसे कांग्रेस की साजिश बता रही है. वहीं कांग्रेस का कहना है कि अपनी विफलता को छुपाने के लिए बीजेपी इस तरह के आरोप लगा रही है. इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी जेडीयू नेता और राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने काफी दिलचस्प ट्वीट किया है. उन्होंने कहा है कि अगर आप बीजेपी/एनडीए का हिस्सा हैं तो गुजरात सरकार के काम संतोषजनक ही दिखना चाहिए.
2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनावी कैंपेन का नेतृत्व करने वाले प्रशांत किशोर ने कहा, ''ग़रीब प्रवासी मज़दूर गुजरात छोड़ कर भागने को मजबूर पर अगर आप BJP/NDA का हिस्सा हैं तो गुजरात सरकार का काम अच्छा नहीं तो संतोषजनक तो दिखना ही चाहिये! लेकिन अगर आप INC/UPA के साथ हैं तो अपने कुछ नेताओं को बचाने के लिए आपके पास गांधीजी के बताए मार्ग पर चलने ('बुरा मत देखो, बुरा मत सुनो, बुरा मत बोलो' इमोजी) के सिवा कोई चारा नही.''
28 सिंतबर को रेप की घटना और इस मामले में बिहार के एक मजदूर की गिरफ्तारी के बाद बिहार और यूपी के लोगों को गुजरात में धमकी दी जा रही है और कई जगहों पर मारपीट की भी वारदात सामने आई है.
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गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने हिंसा के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहाराया है. वहीं कांग्रेस ने गुजरात सरकार को पूरी तरफ विफल करार दिया है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव, बीएसपी अध्यक्ष मायावती, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है.
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