नई दिल्ली: राज्यसभा के उप-सभापति चुनाव की घोषणा हो चुकी है. नौ अगस्त को चुनाव होगा. इस बीच खबर है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) जेडीयू नेता हरिवंश को उम्मीदवार बना सकती है. सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है. पूर्व पत्रकार हरिवंश बिहार से राज्यसभा सांसद हैं और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार के करीबियों में से एक माने जाते हैं.


बीजेपी हरिवंश को उम्मीदवार बनाकर कई राजनीतिक समीकरण साधने की कोशिश करेगी. दरअसल, संसद के उच्च सदन राज्यसभा में एनडीए के पास बहुमत नहीं है. ऐसे में हरिवंश के नाम पर एनडीए अन्य विपक्षी दलों को भी अपने पाले में कर सकती है.





राज्य सभा में अभी सदस्यों की कुल संख्या 245 है. अगर सभी सांसदों ने मतदान किया तो जीत के लिए कम से कम 123 सांसदों की ज़रूरत है. एनडीए के पास 112 सांसदों के समर्थन का दावा है. इनमें बीजेपी के 69, एआईएडीएमके के 13 , जेडीयू के 6, शिवसेना और अकाली दल के 3-3 सांसदों के अलावा 6 निर्दलीय और 7 नामांकित सांसद शामिल हैं.


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वहीं यूपीय के प्रबंधक 113 सांसदों के समर्थन का दावा कर रहे हैं. इनमें कांग्रेस के 50, समाजवादी पार्टी और टीएमसी के 13-13, टीडीपी के 6, आरजेडी के 5 जबकि बसपा, डीएमके और एनसीपी के 4-4 सांसद शामिल हैं. ऐसे में दोनों पक्षों की नजर बीजेडी, टीआरएस, वाइएसआर कांग्रेस और पीडीपी पर है जिनका रुख अभी साफ नहीं है.


आपको बता दें कि बिहार में एनडीए (जेडीयू, बीजेपी, रालोसपा और लोजपा) में सीटों को लेकर तकरार है. नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू बिहार में लोकसभा चुनाव में अधिक सीटों की मांग कर रही है. वहीं बीजेपी ने अभी पत्ते नहीं खोले हैं. पिछले दिनों खुद अमित शाह ने पटना जाकर तल्खी को पाटने के लिए नीतीश कुमार से घंटों चर्चा की थी.


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जेडीयू केंद्रीय कैबिनेट में भी शामिल नहीं है और वह आगामी विधानसभा चुनावों (राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश) में बीजेपी से अलग अकेले लड़ने की बात कर चुकी है. इस बीच बीजेपी की नेतृत्व वाली एनडीए ने हरिवंश को चेहरा बनाने का फैसला किया है. इस कदम से जेडीयू और बीजेपी की तल्खी कम हो सकती है.


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