लखनऊ/नई दिल्ली: बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में आपराधिक साजिश के आरोपों का सामना कर रहे बीजेपी के फायरब्रांड नेता विनय कटियार ने जोर देते हुए कहा कि ‘‘इसमें कोई साजिश नहीं थी क्योंकि ढांचा खुले में’’ भारी भीड़ के सामने ढहाया गया.


1990 में पुलिस ने की थी ‘कारसेवकों’ पर फायरिंग


समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव पर हमला करते हुये उन्होंने कहा कि यूपी के पूर्व मुख्यख्मंत्री ने खुद माना है कि पुलिस ने साल 1990 में जब ‘कारसेवकों’ पर फायरिंग की तो 16 लोगों की मौत हुई थी और इसलिये, इस घटना के संबंध में उनके खिलाफ भी मामला दर्ज किया जाना चाहिये.


कटियार ने कहा, ‘‘उन्होंने (मुलायम ने) उनकी हत्या की और इसके लिये उनपर मामला चलना चाहिये. बाबरी मस्जिद वहां नहीं थी. वह राम मंदिर की जगह थी और यहां तक कि हाई कोर्ट ने भी आदेश (इस आशय का) पारित किया है.’’


बाबरी ढांचा विध्वंस मामले में आपराधिक साजिश का आरोप तय


विनय कटियार का यह बयान सीबीआई कोर्ट द्वारा वरिष्ठ बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, केंद्रीय मंत्री उमा भारती और अन्य के साथ उन पर 1992 के बाबरी ढांचा विध्वंस मामले में आपराधिक साजिश का आरोप तय किये जाने के बाद आई है.


कटियार ने कहा, ‘‘यह सही नहीं है और हमारे खिलाफ साजिश के आरोपों की कोई गुंजाइश नहीं है. यह कोई साजिश नहीं थी क्योंकि जो कुछ भी हुआ वह खुलेआम हुआ और वहां लाखों लोग मौजूद थे. जहां इतनी बड़ी भीड़ शामिल हो वहां साजिश नहीं हो सकती.’’


''मस्जिद को गिराये जाने में उनकी कोई भूमिका नहीं''


आरोपियों ने अपने खिलाफ आरोप तय किये जाने के विरोध में कोर्ट में दलील दी और कहा कि मस्जिद को गिराये जाने में उनकी कोई भूमिका नहीं है. उन्होंने कहा कि इसके बजाय उन्होंने इसे रोकने की कोशिश की लेकिन उन्हें बरी किये जाने की याचिका कोर्ट ने खारिज कर दी.


कटियार ने कहा, ‘‘यह अच्छा है कि कोर्ट नियमित आधार पर मामले की सुनवाई कर रहा है, लेकिन सुनवाई होनी ही नहीं चाहिये थी क्योंकि जब मौके पर लाखों लोग मौजूद हों तो कुछ लोगों पर आरोप लगाना उचित नहीं है.’’ बीजेपी नेता ने दावा किया कि उन्होंने 6 दिसंबर 1992 को कोई भाषण नहीं दिया था जब अयोध्या में 16वीं शताब्दी के ढांचे को गिराया गया था.


मुलायम के खिलाफ दर्ज होना चाहिए मामला: कटियार


बीजेपी नेता विनय कटियार ने एसपी संस्थापक मुलायम सिंह यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि अयोध्या में नब्बे के दशक में कारसेवकों पर गोलीबारी के लिए मुलायम के खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए. कटियार ने कहा कि जिस समय फायरिंग हुई थी, मुलायम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे.


कटियार ने दावा किया, ‘‘खुद उन्होंने (मुलायम) ने स्वीकारा है कि 16 लोग मारे गये थे. उन्होंने (मुलायम) उनकी हत्या की. उनके खिलाफ इसके लिए कार्रवाई होनी चाहिए. बाबरी मस्जिद तो वहां थी ही नहीं. वह जगह राम मंदिर की है और हाई कोर्ट ने भी अपने आदेश में ये बात मानी है.’’


आपको बता दें कि कटियार उन 12 नेताओं में से एक हैं, जिन पर सीबीआई की विशेष कोर्ट ने आरोप तय किए. कटियार ने कहा कि वह कोर्ट के आदेश का पालन करेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस बारे में कुछ कहना नहीं चाहता. कोर्ट को फैसला करना है और हम उसका पालन करेंगे.’’