नोएडा: उत्तर प्रदेश में नोएडा के सेक्टर 123 में बने डंपिंग ग्राउंड को अब कहीं ओर शिफ्ट किया जाएगा. नोएडा अथॉरिटी ने आज इसे हटाने का बड़ा फैसला सुनाया है. पिछले एक महीने से सेक्टर 123 में बने डम्पिंग ग्राउंड का विरोध कर रही जनता को हर ओर से निराशा ही मिल रही थी.दो दिन पहले नोएडा वासियों ने सेक्टर 123 के पृथला चौक पर अर्ध नग्न होकर प्रदर्शन भी किया था.
एनजीटी ने दिया था डंपिंग ग्राउंड बनाने का आदेश
इस डंपिंग ग्राउंड पर करीब 600 टन कूंड़ा डाले जाने की खबर थी. 24 अक्टूबर 2017 को एनजीटी ने यहां डंपिंग ग्राउंड बनाने का आदेश दिया था. कचरे के निपटारे के लिए 25 एकड़ की जमीन पर डंपिंग ग्राउंड बनाया जा रहा था. मास्टर प्लान 2031 में इस जगह को रिक्रिएशनल ग्रीन एरिया बताया गया है.
सीएम योगी ने दिया था हटाने का आश्वासन
बता दें नोएडा के सेक्टर 123 में नोएडा प्राधिकरण ने डम्पिंग ग्राउंड बनाने का फैसला किया था. दो दिन पहले ही नोएडा वासियों ने गाजियाबाद में दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था कि डम्पिंग ग्राउंड रिहायशी इलाके से दो किलोमीटर दूर बनाया जाएगा. सीएम योगी ने क्षेत्र के सांसद, विधायक और नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों को इस समस्या का समाधान करने का आदेश दिया था.
डंपिंग ग्राउंड पर विरोध क्यों है?
सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल 2016
रिहायशी इलाके से डंपिंग ग्राउंड की दूरी 200 मीटर होनी चाहिए. डंपिंग ग्राउंड वहां न बने जहां 100 साल में कभी बाढ़ आई हो. एयरबेस से डंपिंग ग्राउंड की दूरी 20 किलोमीटर हो.
स्थानीय लोगों की दलील
डंपिंग ग्राउंड महज 50 मीटर दूर है. डंपिंग ग्राउंड हिंडन नदी के डूब क्षेत्र में है. एयरबेस से डंपिंग ग्राउंड की दूरी महज 12 किलोमीटर है.