नोएडा: पीएम मोदी फरवरी में कर सकते हैं जेवर एयरपोर्ट का शिलान्यास- महेश शर्मा
दिल्ली के मौजूदा इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से करीब 80 किलोमीटर दूर जेवर में नया एयरपोर्ट बनने के बाद लोगों को यहां से भी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रा करने की सुविधा मिलेगी. नए हवाई अड्डे की सालाना क्षमता 7 करोड़ की होगी.
नोएडा: केंद्रीय मंत्री डॉ महेश शर्मा ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 फरवरी को जेवर एयरपोर्ट का शिलान्यास कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि जेवर एयरपोर्ट के निर्माण के लिए सारी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं. करीब पांच हजार हेक्टेयर में बनने वाला जेवर एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होगा.
उन्होंने बताया कि 40 विदेशी कंपनियों ने जेवर क्षेत्र में ऑफिस व फैक्ट्री खोलने के लिए सरकार से जमीन मांगी है. उनके अनुसार जेवर एयरपोर्ट बनने से एक लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा.
उन्होंने बताया कि जेवर भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा. दिल्ली का एयरपोर्ट 24 सौ हेक्टेयर में है जबकि मुंबई का एयरपोर्ट 14 सौ हेक्टेयर में है.
शर्मा ने कहा कि जेवर क्षेत्र यमुना नदी के किनारे बसे होने की वजह से हमेशा पिछड़ा क्षेत्र रहा है. यहां एयरपोर्ट बनने से क्षेत्र का चौमुखी विकास होगा.
उन्होंने बताया कि पतंजलि समूह ने जेवर एयरपोर्ट के पास अपना उद्योग स्थापित करने का निर्णय लिया है जिससे विदेशों में आयुर्वेदिक दवाइयों का निर्यात आसानी से हो पाएगा.
दिल्ली के मौजूदा इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से करीब 80 किलोमीटर दूर जेवर में नया एयरपोर्ट बनने के बाद लोगों को यहां से भी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रा करने की सुविधा मिलेगी. नए हवाई अड्डे की सालाना क्षमता 7 करोड़ की होगी.
बता दें कि...
नोएडा से जेवर की दूरी करीब 57 किलोमीटर है. गाजियाबाद से जेवर की दूरी 73 किलोमीटर है. अलीगढ़ से जेवर की दूरी करीब 83 किलोमीटर है.
2017 में शुरू हो गया था इस पर काम
नागर विमानन विभाग के निदेशक एवं विशेष सचिव सूर्यपाल गंगवार ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया था कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर केंद्रीय नागर विमानन मंत्री और राज्य मंत्री से मुलाकात कर इस परियोजना पर अप्रैल 2017 से ही कार्य प्रारंभ कर दिया गया था.
कम हो जाएगा आईजीआई एयरपोर्ट का बोझ इस हवाइअड्डे का एक मकसद दिल्ली के अंतरराष्ट्रीय हवाइअड्डे का बोझ कम करना और आकस्मिक समय में उसके विकल्प के तौर पर उपयोग करना भी है.
2022 तक शुरु होने की संभावना
एयरपोर्ट पर शुरुआती चरण में दो रनवे बनाए जाएंगे और इस पर 2022 तक संचालन शुरु हो जाने की संभावना है. इस एयरपोर्ट की संभावित यात्री क्षमता सात करोड़ यात्री प्रति वर्ष और कार्गो की संभावित क्षमता 30 लाख टन प्रतिवर्ष है.