नोएडा: नोएडा पुलिस ने एक ज्वेलर को गिरफ्तार किया है जो तीन चेन स्नैचरों के एक गैंग को जेवरात चुराने के लिए पैसे दिया करता था. पुलिस ने ज्वेलर के साथ उन तीनों स्नैचर्स को भी गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक चोरों का ये गैंग दिल्ली एनसीआर के इलाके में करीब 150 वारदातों को अंजाम दे चुका है. ये लोग चुराए हुए सोने के जेवरातों के बदले गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों से गोल्ड लोन लिया करता थे और मिले हुए पैसे को आपस में बांट लेते थे. पिछले एक साल इन लोगों ने करीब 7.2 लाख रुपए का लोन लिया था.
टीओआई के मुताबिक. आरोपियों की पहचान पश्चिम बंगाल के रहने वाले 26 वर्षीय दीपांकर शंकर के रूप में हुई है जो नोएडा के सेक्टर 22 चौड़ा गांव में एक दुकान चलाता था. बाकि दो आरोपी निक्की और शोएब गाजियाबाद खोड़ा कॉलोनी के रहने वाले थे. तीसरा आरोपी सौरभ यादव बिसरख का रहने वाला था.
पुलिस के मुताबिक आरोपियों के पास से मणप्पुरम फाइनेंस लिमिटेड की सेक्टर 22 ब्रांच में लोन के लिए जमा किए गए जेवरातों के अलावा, दो बाइक - यामाहा आर15 और बजाज पल्सर, तीन सोने की चेन, कंट्री मेड गन और छह जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं.
नोएडा के एसएसपी ने बताया कि उन्हें चेन स्नैचर्स की जानकारी मिली थी और उन्होंने तुरंत खोड़ा टी-प्वाइंट के पास एक टीम तैनात कर दी और चोरों को पकड़ लिया. दीपांकर ने पुलिस को बताया कि पिछले साल सौरभ यादव, निक्की और शोएब चोरी के सोने चांदी के जेवरात बेचने आए थे. कुछ देर में उसे समझ आ गया था कि ये जेवरात चोरी के हैं, पर उसने इस घटना की जानकारी पुलिस को देने की बजाय इनका गैंग ज्वाइन करने का फैसला लिया.
पुलिस ने बताया कि चोरों का गिरोह उन्हें लूटे हुए जेवरात देता था और दीपांकर सरकार उसे अलग रूप-रंग देने का काम करता था. उसके बाद इसका इस्तेमाल मणप्पुरम फाइनेंस से गोल्ड लोन लेने के लिए किया जाता था. मिले हुए पैसों का 50 फीसदी हिस्सा सरकार खुद रखता था और बाकी 50 फीसदी तीनों में बांट देता था.