नोएडा: एक निजी विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर को व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर छात्राओं को भद्दे संदेश भेजने के आरोप में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया. विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.


अधिकारी ने बताया कि यूनिवर्सिटी ने बुधवार शाम में आंतरिक जांच रिपोर्ट पर विचार करते हुए यह यह कार्रवाई की. विश्वविद्यालय ने कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फिजियोथेरेपी विभाग के प्रोफेसर के खिलाफ शिकायतों को देखते हुए संज्ञान लिया.


एनआईयू रजिस्ट्रार प्रोफेसर जयानंद ने बताया कि प्रोफेसर के खिलाफ लगे आरोप उनके विश्वविद्यालय से जुड़ने के पहले के हैं. लेकिन फिर भी विश्वविद्यालय ने जांच के आदेश दिए और आंतरिक जांच समिति प्रोफेसर के जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ.


आरोपी प्रोफेसर से संपर्क नहीं हो पाया हालांकि एक कथित वीडियो के जरिए उन्होंने 'गैरइरादतन गलती' के लिए उन लड़कियों और महिलाओं से माफी मांग ली, जिन्होंने उन पर आरोप लगाए थे. उन्होंने इस कथित वीडियो में कहा," नयी पीढ़ी की मनोविज्ञान को लेकर मेरी यह समझ है कि आप उनके साथ दोस्ताना व्यवहार रखें लेकिन हो सकता है कि बिना गलत इरादे के मैंने सीमाएं लांघ दी हो."