लखनऊ: उत्तर पदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने बुलंदशहर जिले के स्याना थानाक्षेत्र में हुई हिंसा के सिलसिले में दो वांछित आरोपियों को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया. एसटीएफ प्रवक्ता ने बताया कि सचिन उर्फ कोबरा और जानी चौधरी तीन दिसंबर को स्याना में हुई हिंसा के सिलसिले में वांछित थे.
प्रवक्ता ने बताया कि मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर एसटीएफ नोएडा की टीम ने सचिन और जानी को स्याना थानाक्षेत्र के गठिया बादशाहपुर बस स्टैंड से गिरफ्तार किया.
बता दें कि बुलंदशहर हिंसा के आरोपी विशाल त्यागी ने सोमवार को बुलंदशहर की कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया. पुलिस ने विशाल की गिरफ्तारी के लिए 5 दिन पहले गैर जमानती वारंट के नोटिस चस्पा किये थे. मगर कोर्ट में पुलिस की कड़ी चौकसी को चकमा देकर विशाल त्यागी जेल चला गया. विशाल बजरंग दल का अखाड़ा प्रमुख था.
सोमवार सुबह से ही बुलंदशहर की सीजेएम कोर्ट में विशाल त्यागी के सरेंडर करने की चर्चा जोरों पर थी. इसलिए रोज के मुकाबले पुलिस और पीएसी की तैनाती ज्यादा स्थानों पर की गई और सभी को चौकस रहने के आदेश दिये गये थे. कोर्ट के गेट पर भी बिना चेकिंग प्रक्रिया कड़ी कर दी गई थी. मगर इस मुस्तैदी के बाबजूद बुलंदशहर हिंसा कांड का आरोपी संख्या दो विशाल त्यागी सीजेएम की कोर्ट तक जा पहुंचा. अपने वकील की मदद से उसने कोर्ट में याचिका देकर आत्मसमर्पण कर दिया.
विशाल त्यागी के चाचा योगेन्द्र ने बताया कि वह 4 महीने से गाजियाबाद में हमारे साथ रह रहा था और स्याना के एक डिग्री कालेज से एलएलबी कर रहा था. उसने गाजियाबाद आ जाने के बाद से राजनैतिक कार्यक्रमों में भागीदारी भी छोड़ दी थी. बुलंदशहर बजरंग दल से जुड़े एक बड़े नेता के मुताबिक विशाल अखाड़ा प्रमुख था.
बुलंदशहर हिंसा में पुलिस निरीक्षक सुबोध कुमार सिंह और एक युवक सुमित की मौत हो गयी थी.