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सुविधा: नोएडा में ट्रैफिक जाम को बाय-बाय, अत्याधुनिक सिस्टम से रियल टाइम पर रेड और ग्रीन होगा सिग्नल
नोएडा में अगले महीने से गूगल मैप की मदद से एडेप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम तकनीक से ट्रैफिक जाम से लोगों को मुक्ति दिलाई जाएगी. इस सिस्टम के काम शुरू करने के बाद लोगों को अनावश्यक रूप से रेड लाइट पर रुकना नहीं पड़ेगा.
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नोएडा: नोएडा में अब गूगल मैप की मदद से ट्रैफिक की समस्या से मुक्ति पाई जाएगी. इसके लिए नोएडा प्रशासन ने दो आईटी कंपनियों से एमओयू साइन किए हैं. इस सिस्टम को एडेप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम का नाम दिया गया है. यह सिस्टम वर्तमान में नोएडा के तीन जगहों रजनीगंधा, टी-सीरीज और टेलीफोन एक्सचेंज के पास लगाई जाएगी जोकि अगले महीने फरवरी से काम करना शुरू कर देगा.
गूगल मैप की मदद से यह सिस्टम रियल टाइम कंजेशन के बारे में जानकारी देगा जिससे बिना गाड़ी के भी लोगों को ट्रैफिक सिग्नल पर रुकना न पड़ें. नोएडा प्राधिकरण का इस विषय पर कहना है कि शहर को ट्रैफिक की समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए यह आधुनिक तकनीक का सहारा लिया जा रहा है.
प्राधिकरण का कहना है कि इससे नोएडा शहर को जाम मुक्त करने में मदद मिलेगी. इस सिस्टम का इंडिया में सबसे पहले प्रयोग महाराष्ट्र के ठाणे में किया जा चुका है.
क्या होता है एडेप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम-
इस आधुनिक तकनीक के तहत ट्रैफिक पर ग्रीन और रेड लाइट का समय फिक्स नहीं रहता है. यह ट्रैफिक सिग्नल पर गाड़ियों की वास्तविक संख्या के अनुसार बदलता रहता है. वर्तमान में ट्रैफिक सिग्नल पर बत्ती एक निश्चित समय के लिए जलती रहती है. जैसे रेड होने पर सिग्नल 90 सैकेंड तक रेड ही रहती है चाहे कोई गाड़ी रास्ते पर हो या नहीं.
इस कारण लोगों को कई बार अनावश्यक रूप से ट्रैफिक सिग्नल पर रुकना पड़ता है. लेकिन नई तकनीक के आने के बाद सिग्लन रेड तभी तक रहेगा जबतक वहां अधिक मात्रा में गाड़ी है. अगले महीने से यह नई तकनीक सड़कों पर काम करना शुरू करेगा. इसके लिए नोएडा प्रशासन तैयारी कर रहा है.
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