बुलंदशहर: बुलंदशहर के चिंगरावठी पुलिस चौकी पर गोकशी के बाद हुई आगजनी, हिंसा के मामले में अदालत ने 27 आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए है. 27 में से 21 अभियुक्त हिंसा के केस में नामजद है. पुलिस ने गांव में मुनादी कराकर नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए उनके घरों पर नोटिस चिपकाए हैं. लेकिन पुलिस ने गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद भी पुलिस चौकी पर आगजनी, हिंसा करके इंस्पेक्टर की हत्या करने वाले आरोपियों के खिलाफ इनाम का एलान नहीं किया है.


3 दिसंबर को हुई हिंसा के मामले में वारंट जारी होने के बाद पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए उनके गांवों में जाकर ढिंढोरा पीट रही है. गांववालों से कहा जा रहा है कि आरोपी अगर दिखाई दें तो पुलिस को सूचित करें. इसी क्रम में एनबीडब्ल्यू के नोटिस अभियुक्तों के घरों पर चस्पा किए गए हैं.


पुलिस ने 24 घंटे पहले एक पोस्टर जारी किया है जिसमें हिंसा और हत्या के मामले के वांछित 23 अभियुक्तों के नाम दर्ज हैं. मगर पुलिस के पास 23 में से केवल 18 के फोटो हैं. इस पोस्टर में चिंगरावठी गांव के सौरव का फोटो और नाम भी है. पुलिस 2 दिन पहले सौरभ की गिरफ्तारी कर चुकी है. पोस्टर में चौथे नंबर पर उपेंद्र राघव का फोटो है जो साधु की वेशभूषा में है. बताया जा रहा है कि उपेंद्र राघव भी इस हिंसा का नेतृत्व कर रहा था.


एसएसपी बुलंदशहर प्रभाकर चौधरी का कहना है कि वह कानूनी प्रक्रिया का पालन कर रहे हैं. अभी अभियुक्तों की घरों की कुर्की भी की जाएगी और जरूरत पड़ेगी तो इनाम का एलान भी होगा. नामजद आरोपियों के अलावा छह अभियुक्त जांच के दौरान भी प्रकाश में आए हैं. उनके खिलाफ भी कोर्ट ने एनबीडब्ल्यू जारी किया है. हम गिरफ्तारी के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं.


ऐसे हुई थी हिंसा, आगजनी और इंस्पेक्टर की हत्या


3 दिसंबर को स्याना थानाक्षेत्र के महाव गांव के एक खेत में गायों के अवशेष मिले थे. ग्रामीणों ने वहां हिंदूवादी संगठनों के नेताओं को बुला लिया. आरोप है कि बजरंगदल के जिला संयोजक योगेश राज और भारतीय जनता युवा मोर्चा के स्याना नगर अध्यक्ष शिखर अग्रवाल ने ग्रामीणों का नेतृत्व करते हुए अवशेषों को ट्रॉली में लादा और चिंगरावठी चौकी पर ले आये.


बुलंदशहर-गढ़ हाईवे जाम करके भीड़ प्रदर्शन करने लगी. मौके पर पहुंची पुलिस ने जब जाम खुलवाने की कोशिश की तब पुलिस के ऊपर पथराव किया गया. इसी दौरान एक प्रदर्शनकारी सुमित को गोली लगी जिसके बाद स्याना के प्रभारी निरीक्षक इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई. भीड़ ने उस दौरान जमकर गाड़ियों में तोड़फोड़ और आगजनी की.


पुलिस ने बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज को मुख्य आरोपी बनाते हुए केस दर्ज किया था मगर हिंदूवादी संगठनों से जुड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है. इस मामले में महाव गांव के जितेंद्र मलिक उर्फ जीतू फौजी को पुलिस और एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था.