लखनऊ: नोटबंदी को ‘दीर्घकालिक फायदा और अल्पकालिक तकलीफ’ करार देते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज विश्वास जताया कि नकदी रहित लेनेदेन जैसे फैसले भारत को ‘आर्थिक महाशक्ति’ बनाने वाले फैसले हैं और अगले 10 साल में भारत दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक हो जाएगा.


लॉन्ग टर्म गेन, शार्ट टर्म पेन


राजनाथ ने डिजी धन योजना और लकी ग्राहक योजना का शुभारंभ करते हुए कहा, ‘‘नोटबंदी के फैसले के बाद नकदी रहित लेनदेन 300 प्रतिशत से अधिक बढा है. ये कोई छोटी बात नहीं है. यह साहसिक एवं ऐतिहासिक फैसला है. यह भारत का भविष्य बनाने वाला फैसला है. यह भारत को दुनिया की आर्थिक महाशक्ति बनाने वाला फैसला है.’’ उन्होंने नोटबंदी को लेकर आम लोगों को हुई तकलीफ के बारे में ‘अंग्रेजी’ में कहा, ‘‘लांग टर्म गेन, शार्ट टर्म पेन (दीर्घकालिक फायदा और अल्पकालिक तकलीफ). थोड़ी तकलीफ तो हुई है लेकिन अब हालात सामान्य हो रहे हैं. धन का प्रवाह बढ रहा है.’’


दुनिया की दस शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में भारत भी शामिल


राजनाथ ने कहा, ‘‘भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ रही अर्थव्यवस्था है. फिलहाल दुनिया की दस शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में भारत भी शामिल है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इच्छा है और हम सब चाहते हैं कि अगले दस साल में हम तेजी से आगे बढें और ऐसे फैसले लें कि भारत दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक हो जाए और मुझे इसका पूरा विश्वास है.’’


राजनाथ ने कहा कि जब नकदी रहित लेनदेन को बढावा देने का फैसला किया गया तो बहुत लोगों ने टिप्पणियां कीं कि जिस देश में निरक्षरता है, लोग गरीबी और रोजी रोटी के संकट से जूझ रहे हैं, वहां क्या ये संभव है? ‘‘मुझे विश्वास है ये होकर रहेगा. पढे लिखे लोगों को भी असमंजस था कि क्या होगा, कैसे सफल होगा? लेकिन हमें पता था कि ये प्रयास सफल होगा और हो भी रहा है.’’


नोटबंदी से जो तकलीफ हो रही है, वह अल्पकालिक


एटीएम और बैंकों के आगे लग रही कतारों को लेकर कुछ राजनीतिक दलों की टिप्पणियों पर राजनाथ ने कहा कि हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि पहले चावल, दाल और मिट्टी के तेल के लिए भी कतार लगानी पडती थी. नोटबंदी से जो तकलीफ हो रही है, वह अल्पकालिक है.


उन्होंने कहा कि पांच सौ और हजार रूपये के नोट बंद किये गये, क्योंकि 86 प्रतिशत प्रवाह इन्हीं रूपयों का था. ‘‘मैं ये नहीं कह रहा कि पूरा का पूरा धन काला था लेकिन ऐसा धन भी लोगों के पास था जो घर पर रखा था और जिसका उपयोग नहीं हो रहा था. हम चाहते हैं कि पूरा पैसा बैंक में रखिये ताकि सरकार को विकास परियोजनाएं और अन्य कल्याणकारी योजनाएं कार्यान्वित करने में मदद मिले.’’ राजनाथ ने कहा कि सरकार के वर्तमान फैसले से भारत आर्थिक महाशक्ति बनने की ओर ही अग्रसर नहीं हो रहा है बल्कि लोगों को ईमानदारी से जीवन जीने का भरोसा भी जगा है.


कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक, केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री संतोष गंगवार, लखनऊ के महापौर डा दिनेश शर्मा और मशहूर गायक कैलाश खेर भी उपस्थित थे.