वाराणसी: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष और कैबिनेट मिनिस्टर ओमप्रकाश राजभर और बलिया से बीजेपी विधायक सुरेन्द्र सिंह के बीच जुबानी जंग रोज नए मुकाम पर पहुंच रही है. ओमप्रकाश राजभर ने एक बार फिर सुरेन्द्र सिंह पर पलटवार किया है. उन्होंने बीजेपी विधायक को पागल करार देते हुए कहा कि उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है और उन्हें तत्काल इलाज की जरूरत है. इससे पहले अपने घर में आयोजित एक निजी समारोह में भाग लेने वाराणसी पहुंचे राजभर से सुरेन्द्र सिंह की तुलना एक भौंकने वाले कुत्ते से कर दी थी. इस पर सुरेन्द्र सिंह ने पलटवार करते हुए राजभर और समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल की मुलाकात को निशाना बनाया. सुरेन्द्र सिंह ने राजभर की तुलना हड्डी देखकर कहीं भी पहुंच जाने वाले कुत्ते से कर दी. राजभर का ताजा पलटवार सुरेन्द्र सिंह के इसी बयान को लेकर है.
हर किसी पर कमेंट करने का रहा है राजभर का इतिहास
बैरिया से बीजेपी विधायक सुरेन्द्र सिंह पर एक बार फिर पलटवार करते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि जब व्यक्ति का मानसिक संतुलान बिगड़ जाता है तो वह पागल हो जाता है, ऐसे में वह कुछ भी बोल सकता है. उनका इतिहास हर किसी पर कमेंट करने का रहा है. वे गृहमंत्री राजनाथ सिंह पर कमेंट कर चुके हैं, उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ पर कमेंट किया है. उन्होंने ही अधिकारियों और कर्मचारियों की तुलना वेश्या से कर दी थी.
ओमप्रकाश राजभर ने सुरेन्द्र सिंह के हड्डी वाले बयान पर पलटवार करते हुए उनकी तुलना साइकिल चोर से कर दी. उन्होंने कहा कि एक साइकिल चोर हर किसी को साइकिल चोर ही समझता है. इस मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ या प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पाण्डेय से शिकायत करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति बीजेपी की कृपा से चुनाव जीता जाता है, लेकिन वह अपना मानसिक संतुलन खो बैठा है और उसे इलाज की जरुरत है. उन्होंने कहा कि जिसे इलाज की जरूरत हो उसकी शिकायत क्या करना?
राजभर ने कहा- बेहतरी लाने की कोशिश कर रही है
वर्तमान सरकार के कामकाज पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि पिछले 15 महीने से सरकार काम कर रही है और बेहतरी लाने की कोशिश कर रही है. लेकिन कुछ ऐसे अधिकारी हैं, जिन्होंने पिछली कांग्रेस, बीएसपी और एसपी की सरकारों के दौरान जो डाटा इकट्ठा किया था, वही सरकार के सामने परोस देते हैं. ऐसे में सरकारी योजनाओं का लाभ केवल अपात्रों तक पहुंच रहा है. ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि जब वे गांवों में जाते हैं तो मालूम पड़ता है कि हकीकत ठीक इसके उलट है.
आर्थिक रूप से अगड़े राशन कार्ड बनवाने में सफल हो जा रहे हैं और राशन उठाकर पशुओं को चारे के रूप में खिला दे रहे हैं. वहीं गरीब तबका राशन कार्ड बनवाने के लिए दर-दर भटक रहा है. जो वाकई में आवास का पात्र है, वह अभी भी छप्पर में रह रहा है, उसका सूची में नाम तक नहीं है. उन्होंने 27 फीसदी आरक्षण में पिछड़ा, अति पिछड़ा और सार्वाधिक पिछड़ा तीन केटेगरी बनाकर आरक्षण का लाभ देने की बात कही. उन्होंने कहा कि राजनाथ सिंह ने जो सामाजिक न्याय समिति बनाई है, उसके जरिए छेदीलाल आयोग की सिफारिशों को 2011 की जनगणना के आधार पर लागू किया जाना चाहिए.
राजभर ने अकबर को महान बताया
योगी आदित्यनाथ के महाराणा प्रताप को अकबर के मुकाबले महान बताने के उलट राजभर ने अकबर को महान बताया. उन्होंने कहा कि हो सकता योगी जी ने कोई सर्वे किया हो, जिसके आधार पर वे महाराणा प्रताप को महान बता रहे हैं. उन्होंने अपना उदाहरण दिया कि जब उन्होंने महाराजा सुहेलदेव के बारे में लोगों को बताना शुरू किया तो लोगों ने कई सवाल खड़े कर दिए थे. लेकिन आज सभी महाराजा सुहेलदेव के सामाजिक योगदान को मानते हैं. यह पूछे जाने पर कि उनकी राय में कौन महान है, उन्होंने दोहराया कि उनके मुताबिक़ अकबर ही महान हैं.