लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को चेतावनी दी है. उन्होंने गुरुवार को दो टूक कहा कि अगर प्रदेश में ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण नहीं दिया गया तो उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से अलग हो जाएगी. मंत्री राजभर वाराणसी के सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात कर रहे थे.


सुहेलदेव भारतीय समता पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ने कहा, "जब चुनाव नजदीक आता है तो बीजेपी को सहयोगी दल याद आते हैं. इस बार बिल्ली मट्ठा भी फूंककर पीएगी."


सहयोगी दल पर दबाव बनाने की राजनीति संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा, "अन्य दल दबाव की राजनीति करते होंगे, हम नहीं करते हैं. हम बीजेपी के किसी भी कार्यक्रम में इक्कीस महीने से नहीं गए. कार्यक्रम में तब जाऊंगा जब एनडीए की बैठक होगी और दोनों दलों का बैनर होगा, आमंत्रण पत्र मिलेगा."


उन्होंने बुलंदशहर में मुख्य आरोपी बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज की गिरफ्तारी पर कहा कि बुलंदशहर मामले में पुलिस दबाव में थी. बजरंग दल ने बीजेपी की सरकार बनवाई थी, इसलिए दबाव था. विपक्ष ने जब हल्ला बोला तब सरकार ने कार्रवाई की.


योगी सरकार के गौ कल्याण उपकर पर मंत्री ने कहा कि गौ-कर के साथ शिक्षा-कर भी होना चाहिए. जब किसान डंडा लेकर खड़ा हुआ तब गौ-कर की याद आई.


राजभर ने कहा, "राम मंदिर पर प्रधानमंत्री की बात से मैं सहमत हूं और मेरा मानना है कि राम मंदिर मुद्दे का चुनाव में कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा."


वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का जिक्र किए जाने पर कैबिनेट मंत्री ने कहा कि राहुल शिक्षा पर पांच मिनट बहस का समय क्यों नहीं मांगते, मांगना चाहिए.