मुजफ्फरपुर शेल्टर हाऊस रेप कांड के आरोपी ब्रजेश ठाकुर के NGO पर एक और केस दर्ज
20 मार्च को ज़िला निरीक्षण टीम ने स्वाधार गृह का दौरा किया था, उस वक़्त वहां 11 महिलाएँ मौजूद थीं. लेकिन बालिका गृह कांड सामने आने के बाद जब दोबारा 9 जून को टीम वहां गई तो उसमें ताला बंद मिला. इसके बाद पटना मुख्यालय को सूचना दी गई और विभाग से निर्देश मिलने के बाद NGO के ख़िलाफ एक और FIR दर्ज कराई गई है.
पटना: मुजफ्फरपुर शेल्टर हाऊस रेप कांड ने बिहार की राजनीति को हिलाकर रख दिया है. विपक्ष लगातार इसको लेकर राज्य सरकार पर हमलावर है. इस बीच एक बड़ी जानकारी सामने आई है. रेप कांड के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के एनजीओ पर एक और केस दर्ज हुआ है. जानकारी के मुताबिक सेवा संकल्प एवं विकास समिति की तरफ से मुजफ़्फरपुर में ही एक स्वाधार गृह भी चलाया जाता था जिसमें मौजूद 11 महिलाओं के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है.
बालिका गृह कांड सामने आने के बाद NGO ने इस स्वाधार गृह को भी बंद कर दिया लेकिन वहां मौजूद 11 महिलाएं कहां हैं, ये जानकारी NGO ने विभाग को नहीं दी जिसके बाद बीती रात विभाग के निर्देश के बाद बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक देवेश शर्मा ने महिला थाने में NGO के ख़िलाफ केस दर्ज किया है.
बीती 20 मार्च को ज़िला निरीक्षण टीम ने स्वाधार गृह का दौरा किया था, उस वक़्त वहां 11 महिलाएँ मौजूद थीं. लेकिन बालिका गृह कांड सामने आने के बाद जब दोबारा 9 जून को टीम वहां गई तो उसमें ताला बंद मिला. इसके बाद पटना मुख्यालय को सूचना दी गई और विभाग से निर्देश मिलने के बाद NGO के ख़िलाफ एक और FIR दर्ज कराई गई है.
विभाग को शक है कि कहीं स्वाधार गृह के नाम पर भी तो NGO फर्ज़ीवाड़ा नहीं कर रहा था क्योंकि स्वाधार गृह में बेघर महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए व्यावसायिक ट्रेनिंग दी जाती है. समाज कल्याण विभाग की ओर से इसकी ज़िम्मेदारी इसी NGO को दी गई थी. इस बीच इन लापता 11 महिलाओं को लेकर बड़ा सवाल बना हुआ है.