CAA पर लोगों को गुमराह कर रहा है विपक्ष, लोग इनके बहकावे में नहीं आने वाले- योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नागरिकता कानून और एनआरसी को जोड़ना गलत है. पड़ोसी देशों के पीड़ित अल्पसंख्यकों को भारत में शरण मिलनी चाहिए.
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को एक कार्यक्रम में विभिन्न मुद्दों पर पूरी बेबाकी से अपनी बात रखी. इस दौरान उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर कांग्रेस, सपा और बसपा पर हमला करते हुए कहा कि सीएए का फैसला जनहित में है. यह किसी धर्म या जाति के खिलाफ नहीं. इसके नाते विपक्ष की वोट बैंक की राजनीति हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी. लिहाजा बौखलाहट में वे लोगों को गुमराह कर रहे हैं. चूंकि इनके चरित्र से हर कोई वाकिफ है. लिहाजा कोई इनके बहकावे में नहीं आने वाला है.
मुख्यमंत्री ने एनआरसी के मुद्दे पर कहा कि ''जो भी भारतीय है, वह सदैव यहीं का रहेगा. नागरिकता कानून और एनआरसी को जोड़ना गलत है. पड़ोसी देशों के पीड़ित अल्पसंख्यकों को भारत में शरण मिलनी चाहिए. यह हमारी परंपरा भी रही है. हम वही कर रहे हैं. यही सच है. विपक्ष का इस मसले पर अनर्गल प्रलाप सौ फीसद गलत है.'' राम मंदिर के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ''इसके लिए हर भारतवासी से 11 रुपये और एक ईंट देने की अपील मैं कर चुका हूं. मैं यकीन दिलाता हूं कि भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर जन सहभागिता से बनेगा. इसमें सरकार का एक पैसा भी नहीं खर्च होगा.'' मुख्यमंत्री ने कहा कि ''रामराज्य का फलक बेहद व्यापक है. इसे सिर्फ धर्म के चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए. शासन की जनहित से जुड़ी योजनाओं से बिना भेद-भाव के हर पात्र व्यक्ति को संतृप्त कराना ही रामराज्य है. केंद्र और बीजेपी शासित प्रदेश सरकारें लगातार इसके लिए प्रयासरत हैं.''
राहुल गांधी के रेप इन इंडिया वाले बयान पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ''खुद का हित साधने, येन-केन प्रकारेण सत्ता में बने रहने के लिए समाज में हर संभव तरीके से अराजकता फैलाना कांग्रेस का इतिहास है. क्या 84 के दंगों, देश में आतंकवाद, नक्सलवाद, अलगाववाद को बढ़ावा देने के लिए कांग्रेस देश से माफी मांगेगी.'' विधानसभा में विधायकों के धरने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ''इस बाबत मैंने विधानसभा अध्यक्ष से भी बात की है, संसदीय कार्य मंत्री से भी इसकी रिपोर्ट ली है. स्वस्थ्य लोकतंत्र में हर जनप्रतिनिधि विधानसभा में अपनी बात रखना चाहता है, लेकिन उन्हें मौका नहीं मिल पाया इसलिए वह धरने पर बैठे थे. विधायकों को संसदीय संस्थाओं की मर्यादा का भी पालन करना होगा. शासन को भी उनकी बात सुननी और माननी होगी. रिपोर्ट आने पर इस मामले में उचित कार्यवाही करेंगे.''
मुख्यमंत्री ने कहा कि ''यूपी में ढाई साल में 3 लाख लोगों को पारदर्शी तरीके से सरकारी नौकरी मिली है. हम प्रदेश में लगभग 20 लाख से अधिक नौजवानों को नौकरी और रोजगार देने में सफल हुए हैं. वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट की योजना के माध्यम से हमने परंपरागत उद्योगों को आगे बढ़ाया है. इसमें भी लगभग 5 लाख से अधिक नौजवानों को सीधे-सीधे रोजगार के साथ जोड़ने में भी हमें सफलता मिली है.'' मुख्यमंत्री ने गंगा प्रोजेक्ट को लेकर कहा कि ''कानपुर में दो ऐसी जगहें थीं, जिनके नाते गंगा गंदे नाले में बदल जाती थी. 128 साल पुराना सीसामऊ नाला आज पूरी तरह से बंद किया गया है. जाजमऊ नाले को लेकर भी हमने काम किया. यही कारण है कि गंगा में 25 से 30 सालों बाद फिर से मछलियां दिखने लगी. धीरे-धीरे इसकी पूरी जैव विविधता लौट आएगी. नमामि गंगे परियोजना के तहत केंद्र के साथ बेहतर तालमेल हमारी सफलता का राज है. यकीनन हम गंगा को पहले की तरह अविरल और निर्मल बनाने में कामयाब होंगे. यह हमारा संकल्प भी है और गंगा के प्रति फर्ज भी.''
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