खफा मायावती ने बीजेपी और पीएम मोदी से कहा, शुक्रिया!
लखनऊ: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी में बीएसपी के खाते में जमा 104 करोड़ रुपये और बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती के भाई आनंद के खाते में जमा 1.43 करोड़ रुपये के खुलासे से नाराज मायावती ने भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला. साथ ही बीजेपी और प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव से पहले नोटबंदी जैसे कुछ और ऐसे फैसले ले लिए जाएं. बीएसपी के लिए इससे अच्छी कोई और बात नहीं होगी. उन्होंने कहा, "हमारा चुनावी खर्चा भी कम हो जाएगा और फिर हमारी पार्टी को यहां सत्ता में आना और भी आसान हो जाएगा."
एक रूटीन प्रक्रिया के तहत बैंक में जमा कराया पैसा
मायावती ने आनन-फानन में दिन के 12 बजे अपने आवास पर प्रेसवार्ता बुलाकर कहा, "बाएसपी ने अपने व आयकर विभाग के नियमों के मुताबिक ही अपनी एकत्रित हुई धनराशि को एक रूटीन प्रक्रिया के तहत बैंक में जमा कराया है, जिसे बीजेपी द्वारा मैनेज किए गए कुछ चैनलों व अखबारों ने बीएसपी की छवि को धूमिल करने के लिए जान-बूझकर तोड़-मरोड़कर प्रदर्शित किया है. जबकि इसी दौरान बीजेपी सहित अन्य और पार्टियों ने भी अपना पैसा जमा कराया है, लेकिन उनकी चर्चा तक भी नहीं होती है और ना ही उनकी खबरें मीडिया में आती है."
मायावती ने कहा कि यह सब इनकी दलित विरोधी मानसिकता नहीं तो और क्या है? उन्होंने यह भी कहा, "मैं खासकर बीजेपी व प्रधानमंत्री मोदी से यह भी कहना चाहती हूं कि यदि इनमें थोड़ी सी भी सच्चाई व ईमानदारी है तो इनको फिर बीएसपी के बैंक में जमा कराए गए धन को उजागर करने के साथ-साथ अपनी खुद की पार्टी के भी आठ नवंबर से पहले के 10 महीनों का और साथ ही आठ नवंबर के बाद के दौरान के भी बैंक में जमा किए गए धन के साथ ही अन्य और बड़े-बड़े कार्यो में भी इस्तेमाल किए गए धन को जरूर उजागर करना चाहिए, जिस पर ये लोग अभी तक चुप्पी साधे हुए हैं."
सोची-समझी राजनैतिक साजिश
मायावती ने कहा, "मेरे छोटे भाई आनंद कुमार ने भी आयकर विभाग के नियमों के तहत ही बैंक में अपनी धनराशि जमा कराई है, इसके अलावा कुछ भी नहीं है. लेकिन फिर भी इन सबको बीजेपी व केंद्र की सरकार के लोग कुछ चैनलों व अखबारों आदि में एक सोची-समझी राजनैतिक साजिश के तहत ऐसे प्रदर्शित करा रहे हैं, जैसे यह धनराशि कालेधन व भ्रष्टाचार से जुड़ी हुई है."
उन्होंने कहा, "बीएसपी कड़े शब्दों में इसकी निंदा करती है. इसके साथ ही खास सूत्रों से यह भी जानकारी मिल रही है कि बीएसपी में जो भी प्रभावशाली नेता हैं, उन्हें भी षड्यंत्र के तहत परेशान करने के लिए बीजेपी व केंद्र की सरकार के लोग अपनी सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने में लगे हैं, लेकिन इससे इनको रत्तीभर भी लाभ मिलने वाला नहीं है."
उन्होंने आगे कहा कि बीएसपी को राजनैतिक नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से जब भी देश में लोकसभा व खासकर उत्तर प्रदेश में विधानसभा का आमचुनाव होता है तो तब भी केंद्र की सत्ताधारी पार्टी ताज प्रकरण मामले को भी मीडिया में ऐसे प्रदर्शित कराती है, जैसे इसमें बीएसपी की मुखिया ने बहुत बड़ा घोटाला किया है.
बनने जा रही है BSP की पूर्ण बहुमत की सरकार
मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा आमचुनाव में 2007 की ही तरह फिर से अब यहां बीएसपी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है. उन्होंने कहा, "2007 में भी इन्होंने मेरे, मेरे भाई-बहनों और नजदीकी रिश्तेदारों के विरुद्ध इससे भी कई गुणा ज्यादा घिनौनी हरकतें की थीं."
मायावती ने कहा, "मैंने एसपी व कांग्रेस पार्टी के गठबंधन को लेकर जो बीजेपी के षड्यंत्र का पर्दाफाश किया है, इससे ये बीजेपी के लोग बहुत बुरी तरह से बौखला गए हैं. यही कारण है कि इन्होंने हमारी पार्टी व मेरे परिवार वालों के बारे में यह घिनौनी हरकत की है. लेकिन इससे हमारी पार्टी को और भी ज्यादा राजनैतिक फायदा होगा."
दरअसल, दिल्ली स्थित बैंक की एक शाखा में मायावती के भाई के खाते में 1.43 करोड़ रुपये और बीएसपी के खाते में 104 करोड़ रुपये जमा होने का खुलासा हुआ है. दोनों ही खातों में नोटबंदी के बाद रकम जमा की गई है.