देवरिया: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में एक बालिका गृह की आड़ में चल रहे सेक्स रैकेट का भांडाफोड़ हुआ है. बालिका गृह में मिल रही यातनाओं से तंग आकर भागी एक बच्ची ने वहां के सारे राज खोल दिए. वो किसी तरह वहां से बचकर निकली और सीधे महिला थाने पहुंची. उसने वहां एसओ को सारी बातें बताई. महिला थाने की एसओ ने बिना देर किए इसकी सूचना एसपी रोहन पी कनय को दी और जिसके बाद ये मामला खुलकर सामने आ गया.


इस बालिका गृह में कुल 42 लड़कियां थीं. जो कई एज ग्रुप की थीं. जो छोटी थीं उनसे झाडू़-पोछा और बर्तन मजवाने का काम कराया जाता था और जो बड़ी थीं उन्हें जबरन देह व्यापार के लिए मजबूर किया जाता था. जिस मासूम ने इस घटना से पर्दा उठाया उसने बताया कि एक दीदी हैं उन्हें बड़ी मैम रात को कहीं भेजती थीं, कभी लाल गाड़ी तो कभी काली गाड़ी उनको ले जाने आती थी. जब दीदी सुबह में आती थीं तो सिर्फ रोती थीं, कुछ भी पूछने पर बताती नहीं थीं. 15 साल बड़ी जो लड़कियां थीं उन्हे कहीं भेजा जाता था और अगली सुबह वो रोते हुए वापस आती थीं.


वहीं बालिका गृह की संचालिका गिरिजा त्रिपाठी ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि कोई भी गलत काम नहीं हो रहा था. जो लड़कियां पुलिस के कब्जे में हैं, उनसे जो चाहें कहलवा लें. रजिस्टर में जितनी लड़कियां दर्ज हैं, मौके पर पुलिस को उतनी ही मिलीं.


बता दें कि इस बालिका गृह में अनियमितता को लेकर सरकार सीबीआई जांच करा रही थी. इसे सरकार की तरफ से पैसा भी आना बंद हो गया था, लेकिन संस्था की संचालिका जबरदस्ती इस संस्था को चला रही थी.


पुलिस ने छापेमारी करके बालिका गृह से 24 लड़कियों को बरामद किया है. जबकि वहां रह रही 18 लड़कियों का पता नहीं चल सका है. ये मामला शहर के स्टेशन रोड स्थित मां विन्ध्यावासिनी बालिका गृह से जुड़ा हुआ है. हाल ही में बिहार के मुजफ्फरपुर में इसी तरह की एक बड़ी घटना सामने आई थी. जहां बालिका गृह 34 लड़कियों से रेप का मामला सामने आया है. उस कांड के सीबीआई जांच के आदेश दे दिए गए हैं. इन दोनों घिनौनी घटनाओ से समाज स्तब्ध है.