बिहार सरकार ने पान मसालों की बिक्री पर लगाया एक साल का बैन, जांच में पाया गया मैग्नीशियम कार्बोनेट
पान मसाले की नमूनों की जांच के दौरान उसमें मैग्नीशियम कार्बोनेट पाया गया. इससे हृदय की बीमारी के साथ अनेक तरह की गंभीर बीमारी होती है. जन स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए एक साल के पान मसालों की बिक्री पर बैन लगा दिया गया है.
पटना: बिहार में पान मसालों की बिक्री पर बैन एक साल के लिए बैन लगा दिया गया है. दरअसल पान मसाले के नमूनों की जांच के दौरान उनमें प्रतिबंधित मैग्नीशियम कार्बोनेट पाया गया. मैग्निशियम कार्बोनेट से हृदय की बीमारी सहित अनेक तरह की गम्भीर बीमारी होती है. राज्य के खाद्य संरक्षा आयुक्त ने जन स्वास्थ्य के हित में विभिन्न ब्रांड के पान मसाला को 12 महीने के लिए बैन किया गया है. बिहार पान मसाले पर बैन लगाने वाला देश का दूसरा राज्य बन गया है.
पान मसाला के लिए फूड सेफ्टी एक्ट 2006 में दिए गए मानक के मुताबिक मैग्नीशियम कार्बोनेट मिलाया जाना प्रतिबंधित है. इसलिए जन स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए यह बैन फिलहाल एक साल के लिए लगाया गया है. कुछ अन्य ब्रांडों का नमूना जांच के लिए भेज गया, है, जिसके रिपोर्ट आने पर उस पर भी करवाई की जाएगी.
इन पान मसालों को किया गया है बैन
सरकार ने रजनीगंधा पान मसाला, राज निवास पान मसाला, सुप्रीम पान पराग पान मसाला, पान पराग पान मसाला, बहार पान मसाला, बाहुबली पान मसाला, राजश्री पान मसाला, रौनक पान मसाला, सिग्नेचर पान मसाला, पसन पान मसाला, कमला पसंद पान मसाला और मधु पान मसाला की बिक्री को बैन किया गया है.
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